धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 25 सितंबर। पितृपक्ष के अंतिम दिन 25 सितंबर को पितृ मोक्ष अमावस्या हुआ। यह दिन पितरों की विदाई का भी होता है। अब शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू होगी। सिद्धयोग में शुरू होने वाले नवरात्र में इस बार 30 साल बाद विशेष संयोग बन रहा है। नवरात्र में शनिदेव अपनी मकर व देवगुरु बृहस्पति अपनी मीन राशि में रहेंगे। पंडितों के अनुसार नवरात्रि में शनि अपनी राशि मकर में होने से राजनीतिक व्यक्तियों को बड़ा फायदा व उच्च पद दिलाएगा। राजनीतिक क्षेत्र में कोई नया चेहरा देखने को मिलेगा। मेष, वृषभ, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर व कुंभ के लिए भी अच्छा साबित होगा।
शहर में 80 जगह विराजेंगी मां अंबे
शहर में 80 से अधिक स्थानों पर मां अंबे विराजेंगी। शहर में बड़ी मूर्तियां रामबाग, जालमपुर भागवत चौक, बजरंग चौक, कोष्टापारा, बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव चौक, मराठापारा, दानीटोला, सोरिद सहित अन्य जगहों पर मूर्तियां स्थापित होगी। वहीं शहर के कई मूर्तिकार मिट्टी से देवी मूर्तियों को अंतिम आकार देने में जुटे हुए हैं। नवरात्र पर कलश स्थापना का अमृत मुहूर्त सुबह 6.22 से 7.53 बजे तक रहेगा। शुभ मुहूर्त 9.23 से 10.53 व अभिजीत मुहूर्त 11:59 से 12.47 बजे तक रहेगा। वहीं नवरात्र के दिनों में शहर में गरबा महोत्सव की धूम देखने को मिलेगी। महिलाओं, युवतियों और बालिकाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
कोरोना काल के दो साल बाद दोगुना बन रही मूर्तियां
कोरोना काल के 2 साल बाद सरकारी पाबंदियां नहीं होने से इस साल देवी की प्रतिमाएं खूब बन रही है। मंहगाई होने व प्रतिमाओं की कीमत करीब 30 प्रतिशत तक बढऩे के बावजूद दुर्गोत्सव के उत्साह में कमी नहीं है। अकेले कुम्हार मोहल्ले में छोटी-बड़ी मिलाकर करीब 400 मूर्तियां बनाई जा रही है, जो बीते 2 सालों से दोगुना है। इससे पहले तक करीब 200 से 250 तक प्रतिमाएं ही बनतीं थी। इस साल 5 फीट की प्रतिमा 12 हजार रुपए में जाएगी। बीते साल 9 हजार में गई थी। बीते सालों की तुलना में इस बार देवी प्रतिमा के निर्माण में लगने वाली सामग्रियों की कीमत 30त्न तक बढ़ गई है। इससे देवी प्रतिमा बनाने में जुटे कारीगरों को महंगाई के कारण इस बार प्रतिमा तैयार करने में ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है। महंगाई का असर दुर्गा पूजा पर भी रहेगा। लागत में 25 से 30 फीसदी की बढ़त से आयोजन समितियों को भी ज्यादा खर्च करना होगा।