कोरिया
चंद्रकांत पारगीर
बैकुंठपुर (कोरिया), 26 सितंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। अविभाजित कोरिया जिले में पर्यटन स्थलों की कोई कमी नहीं थी। कोरिया जिले में रामवन गमन मार्ग की शुरूआत, हरचौका से लेकर अमृतधारा जल प्रपात कोरिया जिले की शान कही जाती थी। इसके अलावा कोरिया जिले में तब रमदहा जल प्रपात भी अपनी अनुपम सौंदर्य के लिए जाना जाता था, दोनों ही जल प्रपात का विहंगम नजारा देखने के लिए जिले ही नहीं बल्कि जिले के बाहर के लोगों के अलावा पड़ोसी मप्र के लोग भी दोनों जल प्रपात को देखने पहुॅचते थे इसके अलावा तीसरा प्रमुख जल प्रपात गौर घाट जल प्रपात स्थित है, लेकिन बीते 9 सितंबर को कोरिया जिले का विभाजन कर एमसीबी जिले को अस्तित्व में लाया गया, इसके बाद केारिया जिले में अब प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की कमी हो गयी है।
27 सितंबर विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर कोरिया जिले के पर्यटन स्थलों के बारे में उल्लेख करेंगे। कोरिया जिले के विभाजन के बाद ज्यादातर प्रसिद्ध पर्यटन केंद्र एमसीबी जिले में चले गये है, वही अब कोरिया जिले में पर्यटन स्थल सीमित है लेकिन जिले में पर्यटन की असीम संभावनाएॅ है जिसे तलाश कर पर्यटन क्षेत्र विकसीत करने की जरूरत है। कोरिया जिला प्रकृति से परिपूर्ण जिला है और यर्हा पर्यटन क्षेत्र विकसीत करने की असीम संभावनाएॅ है जिसे तलाश कर संवारने की जरूरत है। जिससे कि कोरिया पर्यटन के नक्शे में शामिल हो सके। इसके लिए कार्य योजना बनाकर कार्य करने की जरूरत है।
गुरू घासीदास नेशनल पार्क जिले की पहचान
कोरिया जिले में गुरू घासीदास नेशनल पार्क स्थित है जिसे केंद्र सरकार ने कुछ माह पूर्व ही टाईगर रिजर्व क्षेत्र घोषित किया है। गुरू घासीदास नेशनल पार्क क्षेत्रफल की दृष्टी से प्रदेश का सबसे बडा नेशनल पार्क है जिसे टाईगर रिजर्व क्ष़ेत्र घोषित करने के बाद नई पहचान मिली है यह कोरिया जिले के लिए गौरव की बात है
झुमका आईलैंड से पर्यटन का मिली पहचान
पयर्टन स्थल के रूप में जिला मुख्यालय के निकट मध्यम श्रेणी की बांध परियोजना रामानुज प्रताप सागर बांध जिसे झुमका बांध के नाम से जाना जाता है। इस बांध के बीचोबीच आईलैड में झुमका आईलैंड पर्यटन स्थल विकसीत किया गया है जिसका शुभारंभ कुछ माह पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया। वही झुमका बांध में वोट क्लब भी है जहॉ जिले ही नही बल्कि दूसरे जिले के लोग आकर वोटिंग का आनंद लेते है। वर्तमान कलेक्टर कुलदीप शर्मा की पहल पर इस आईलैड को देखने और बोट का लुत्फ उठाने काफी संख्या मे सैलानी आ रहे है।
दो मध्यम श्रेणी की बांध परियोजना
कोरिया जिले में दो मध्यम श्रेणी की बांध परियोजना के तहत बांध बनाई गयी है जो जिले की शान है। जिला मुख्यालय से लगे रामानुज प्रताप सागर मध्यम श्रेणी बांध परियोजना यानी झुमका बांध जिले के प्रमुख बांधों में एक है इसके अलावा गेज परियोजना भी मध्यम श्रेणी की बांध है। दोनों बांध का दीदार करने के लिए जिले भर से लेाग पहुॅचते है।
बनिया वाटर फॉल का आकर्षण
कोरिया जिले में हसदो नदी पर जंगलों के बीच कलकल बहती हसदो की जलधारा के बीच नदी में बनियॉ वाटर फॉल है जिसका दीदार करने के लिए कोरिया जिले के अलावा जिले के बाहर के लोग पहुॅचते है। पिकनिक मनाने के लिए भी सीजन में बडी संख्या में लोगों का यहॉ आना जाना लगा रहता है।
यह एक खूबसूरत वाटर फॉल है जंगलों के बीच इसकी जलधारा देखने लायक होती है इसके अलावा भी कोरिया जिले के जंगलों में कई गुमनाम वाटर फॉल है जिसकी पहचान दिलाने के लिए काम करने की जरूरत है। अब ऐसे गुमनाम जलप्रतपातों की पहचान कर पहचान दिलाने की दिशा में कार्य करने की जरूरत हेागी।
ऐतिहासिक धरोहर कोरिया पैलेस
कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में स्थित कोरिया राजमहल ऐतिहासिक धरोहर है। जानकारी के अनुसार कोरिया स्टेट का राजधानी बैकुण्ठपुर रहा तब तत्कालीन राजा रामानुज प्रताप सिंहदेव के द्वारा वर्ष 1931 में सोनहत से बैकुण्ठपुर कोरिया की राजधानी बनाये जाने के बाद कोरिया राजमहल की नींव रखी और भव्य राजमहल बनाया जो आज भी अपनी नक्काशी एवं खूबसूरती के लिए पहचाना जाता है। बैकुण्ठपुर में स्थित इस राजमहल को देखने के लिए जिले भर के अलावा दूसरे जिले के लोग भी पहुॅचते है। आज भी यह राज महल अच्छी हालत में है जो उस दौरान के वास्तुकला को प्रदर्शित करने इतिहास का गवाह के रूप में खड़ा है।