सरगुजा

पुलिस बल लगाकर कोयला खदान के लिए एक दिन में ही काट डाले हजारों पेड़
27-Sep-2022 7:17 PM
पुलिस बल लगाकर कोयला खदान के लिए एक दिन में ही काट डाले हजारों पेड़

ग्रामीणों ने सरकार से कहा पहले हमको मार दिया जाए, फिर काटें पेड़

सोशल मीडिया पर जनप्रतिनिधियों व अफसरों की किरकिरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर/उदयपुर, 27 सितंबर।
सरगुजा जिला के उदयपुर में परसा ईस्ट केते बासेन फेस 2 के लिए जंगल में पेड़ों की कटाई शुरू है । प्रशासनिक अफसरों की तथा सैकड़ों पुलिस बल की मौजूदगी में सैकड़ों साल पुराने पेड़ों को कोल खदान के नाम से काटा जा रहा है। सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र में पेंड्रामार घाटबर्रा जंगल जाने वाले हर रास्ते पर पुलिस बल तैनात है किसी को अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है। पेट्रोल से चलने वाली इलेक्ट्रिक आरा मशीन से पेड़ों की कटाई बदस्तूर जारी है। जहा कल तक हरे भरे पेड़ नजर आ रहे थे वह अब ठूंठ में तब्दील हो गए है और होते जायेंगे।

ग्रामीणों का कहना है कि हसदेव के जंगल को काटने के लिए पूरा जिला प्रशासन सुबह 6 बजे से आ चुका है। हमारे जंगल को पुलिस बल ने चाटों तरफ से घेर लिया है। किसी भी स्थानीय को जंगल  की ओर जाने नहीं दिया जा रहा है। एक-एक करके पुलिस सभी को उठा रही है और जो लोग बच गए हैं उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है।

अपने वीडियो संदेश में ग्रामीण ने सरकार से कहा, पहले मार दिया जाए फिर हमारा जंगल काटा जाए। पेड़ों की कटाई का वीडियो आज सुबह से ही फेसबुक,व्हाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया संसाधनों पर छाया रहा,जिसमें सरगुजा के जनप्रतिनिधियों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों को आम जनों ने जमकर ट्रोल किया।

कोयला खनन के लिए छत्तीसगढ़ के सरगुजा में एक बार फिर से जंगल कटाई शुरू हो गई है। जंगल कटाई का विरोध कर रहे ग्रामीणों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ग्रामीणों को गिरफ्तार करने के साथ ही कंपनी ने वन विभाग और जिला प्रशासन के सहयोग से सुबह 5 बजे से ही पेड़ों की कटाई शुरू कर दी है। जंगल जाने के रास्ते में बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है और ग्रामीणों को कटाई वाले क्षेत्र में जाने नहीं दिया जा रहा है।

पेड़ों की कटाई पेण्ड्रामरा जंगल इलाके में हो रही है। परसा ईस्ट केते बासेन खदान के दूसरे चरण के लिए यहां पेड़ों की कटाई शुरू की गई है। जंगल काटे जाने की सुगबुगाहट के बीच मंगलवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण कटाई क्षेत्र के पास पहुंचने लगे थे। ग्रामीण कोल खदान के लिए पेड़ काटे जाने का विरोध कर रहे थे।

बताया जा रहा है कि कल तक किसी को कानों कान खबर तक नहीं थी, घाटबर्रा पेंड्रामार के जंगल में कटाई होगी अन्य दिनों की तरह पूरा दिन सामान्य तरीके से बिता रात होते ही जंगल पुलिस बल की मौजूदगी में पूरी छावनी में तब्दील हो गया। पेंड्रामार जंगल जाने वाले हर उस रास्ते पर दर्जनों की संख्या में पुलिस बल लगा दिया गया, ताकि लोग अंदर ना जा सके। हरिहरपुर, फतेहपुर, घाटबर्रा, परसा, साल्ही आदि ग्रामों में पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

कलेक्टर, एसपी तथा जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी खदान से लेकर स्थानीय विश्रामगृह तक पेड़ों को कटवाने सक्रिय नजर आए।

हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के लोगों को तो हिरासत में लिया ही गया खदान का विरोध करने वाले कई लोगों को हिरासत में लेकर थानों में बैठाया गया। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया उनमें उमेश्वर आर्मो सरपंच पतरिया डांड,जगरनाथ बड़ा ग्राम पुटा जयनंदन सिंह सरपंच ग्राम घाटबर्रा राम सिंह मरकाम, श्रीपाल सिंह सरपंच बासन, ठाकुर राम, कांति बाई, श्यामलाल,  आनंद कुसरो, दिल हरण, श्यामपति, हरिप्रसाद मान कुंवर शामिल है।

ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस ने सुबह 4 बजे उमेश्वर सिंह आर्मो को गिरफ्तार किया है। पेण्ड्रामा घाटबरी जंगल जाने वाले हर रास्ते पर बड़ी संख्या में फोर्स को तैनात किया गया है और किसी भी ग्रामीण को जंगल नहीं जाने दिया जा रहा है। इलेक्ट्रिक मशीनों के साथ जंगल की कटाई शुरू कर दी गई है।

वन विभाग के मुताबिक अभी 43 हेक्टेयर का जंगल काटा जा रहा है। इसके बाद 1100 हेक्टेयर क्षेत्र में जंगल की कटाई की जाएगी।

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