दुर्ग
श्रद्धाभाव से किया श्रीजी का अभिषेक, शांतिधारा एवं पूजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 सितंबर। पद्मनाभपुर स्थित दिगंबर जैन मंदिर में श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान शुरू 1 अक्टूबर तक।श्रद्धाभाव से श्रीजी का अभिषेक कर शांतिधारा और पूजन किया गया।
मुनिश्री सुयस सागर जी महाराज के प्रवचन सुनने को श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ी।महापौर धीरज बाकलीवाल ने सकल जैन समाज के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में महाराज सुयस सागर द्वारा आशीष वचन किया गया। इसके बाद पूजा अर्चना और अभिषेक का कार्यक्रम शुरू हुआ। जिसमें सकल जैन समाज के बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इससे पहले सुयस सागर महाराज का सकल समाज ने कलशाभिषेक किया गया है। मंदिर प्रांगण पर विधिवत पूजा अर्चना के साथ महाराज सुयस सागर आशीष वचन दिया गया। जिसमें कार्यक्रम का सौभाग्य बाकलीवाल परिवार सहित सकल जैन समाज को प्राप्त हुआ। रिद्धि मंडल विधान आयोजित किया गया। जिसमें प्रतिदिन मंगल कलश की पूजा अर्चना की गई। विशेष पूजा अर्चना करके मंडल विधान की आराधना की गई। उत्सव में जयकारों के साथ कलशाभिषेक हुआ। भजन संध्या व श्रीजी की महाआरती आयोजित की गई। इसमें अनेक भजनों की प्रस्तुति दी गई।
मुनिश्री सुयश सागर जी महाराज ने स्थानीय दिगम्बर जैन मंदिर पद्मनाभपुर में आशीष वचन के दौरान कही कि संतान को जन्म गुरुओं को आहार आरद्धिदान और भगवान की पूजा,दूसरे के गर्व से नही कराई जाती।जहां नौकरों से भगवान की पूजा नही कराई जाती, उन्होंने कहा मंदिरों में पुजारी नही रखते भगवान का भक्त वही होता है जो अपने हाथ से पूजा करता है,अपने हाथों से जल अर्पित करता है वही कार्य कहलाता है।तीन बातें अवश्य ध्यान में रखें भगवान की पूजा,गुरुओं को दान और संतान का जन्म नौकरों से नही कराई जाती। महाराज सुयस सागर जी ने आशीष वचन में कहा कि प्रभु के दर्शन व भक्ति के महत्व के बारे विस्तार से व्याख्या किये है प्रभु के गुण के बारे में बताया गया है कि प्रभु के दर्शन एवं पूजा से हमारे जीवन मे भी उस प्रभु के गुण की प्राप्ति हो जिस प्रकार पारिवारिक जीवन मे माता पिता के गुणों की पूजा होती है दान शीलता ह्दय के गुण है जो लोभ प्रबति के त्याग से ही दान की भावना प्राप्त होती है जो कि अंतरा पुण्य के उदय से ही मिलती है।इस अवसर पर विधायक अरुण वोरा,सीताराम बाकलीवाल, श्रीमती मंजू वोरा,राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष आर. आर. वर्मा, महापौर धीरज बाकलीवाल, श्वेता बाकलीवाल,मदन जैन,फतह सिंह भाटिया,पार्षद कुलेश्वरसाहू,पार्षद कमल देवांगन,गुड्डू यादव,नीरज बाकलीवाल, संजय, राकेश जैन, सुभाष बाकलीवाल,आशीष जैन,विनोद जैन, नवीन जैन, लालचंद गोहरा, विनोद पाटनी, राहुल जैन, अनिल जैन, अमोल जैन, तानिष पाटनी,आशीष जैन सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे। आज 27 सितम्बर से 1 अक्टूबर तक प्रतिदिन सुबह 7.00 बजे से अभिषेक, पूजन, विधान व रात्रि 7.30 बजे से आरती होगी।