महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 सितम्बर। नवरात्र महोत्सव के अवसर पर श्री महाशक्ति मां दुर्गा अनुष्ठान यज्ञ में दस महाशक्तियों की पूजा धूमधाम से हो रही है। पहले दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा निकालकर गायत्री मंदिर से पवित्र गंगाजल को द्वारिकायन पहुंचाया। यात्रा के बाद यज्ञ स्थल में अग्निदेव की स्थापना हुई। नवरात्र के पहले दिन शिवालिया पार्क के अनुष्ठान स्थल में देवी-देवताओं का आह्वान किया गया। महादुर्गा, महालक्ष्मी, महाकाली, महाचंडी, ग्रामदेवी, ग्राम देवती, अश्वपति, गजपति, महारूद्र के साथ विष्णुनारायण विराजित हुए। देव-देवियों की मौजूदगी में प्रतिदिन मां दुर्गा की पूजा हो रही है। शाम 4 बजे से दशावतार विष्णु, बारहरूद्र, महालक्ष्मी और महादेवी दुर्गा को आहुतियां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दी जा रही है। शाम 7 बजे की महाआरती में श्रद्धालुओं की मौजूदगी उत्सव को यादगार बना रहे हैं।
इस तरह आदि शक्ति मां दुर्गा के अनुष्ठान में महालक्ष्मी पहुंच चुकी हैं और पंचमी को मां महासरस्वती का आह्वान होगा। महासरस्वती के आगमन के बाद माता का श्रृंगार किया जाएगा। महाशक्तियों की अराधना के लिए नवरात्र के नौ दिन अखंड हवन हो रहा है। जन कल्याण के निमित्त आयोजित अनुष्ठान में यज्ञकर्ता सुरेश बालब्रह्मचारी वैदिक मंत्रोच्चार के साथ महाशक्तियों का आह्वान कर बता रहे हैं कि समिधा में कौन से काष्ठ का महत्व क्या है।