रायगढ़
छत्तीसगढ़ के अलावा ओडिशा, बिहार व झारखंड के प्रतिनिधि भी होंगे शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 29 सितंबर। दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन जिले के विकासखंड तमनार में कोयला सत्याग्रह का आयोजन किया जाने वाला है, जिसमें विकासखंड के 55 ग्राम पंचायतों के लगभग 5 से 6 हजार ग्रामीण शामिल होंगे।
कोयला सत्याग्रह पूरी तरह से महात्मा गाँधी से प्रेरित नमक सत्याग्रह जैसा रहता है। इसमें रायगढ़ जिले के अलवा कोरबा, अंबिकापुर, सूरजपुर, जशपुर, जांजगीर, और बिलासपुर के प्रतिनिधि भाग लेगे, वहीं छतीसगढ़ के आलावा दूसरे राज्य ओडिशा, बिहार और झारखण्ड के प्रतिनिधि भाग लेने वाले हंै। कोयला सत्याग्रह में सिर्फ प्राकृतिक, जल जंगल से जुड़ा मुद्दा और उसके बचाने के लिए किया जाता है, जिसमें कोयला प्रभावित लोगो की मौजूदगी ज्यादा रहती है।
कोयला सत्याग्रह में क्या है खास
पहली बार कोयला सत्याग्रह 2011में जिले के विकास खंड तमनार के ग्राम पचायत गारे से प्रारम्भ हुआ था जिसमें अभी तक 18 राज्य के लोग शामिल हुए हैं। यह पूरी तरह से प्रकृति से जुड़ा है जिसमें हजारों की सख्या में कोयला प्रभावित क्षेत्र के लोग के आलावा आदिवासी लोग शामिल होते हैं। आंदोलन का मुख्य उद्देश्य प्रकृति, जल जंगल को बचाना ही रहता है।