राजनांदगांव
नांदगांव के कमलेश सिमनकर ने पेश की मिसाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 सितंबर। राजनांदगांव के पत्रकार कमलेश सिमनकर के एक सेवाभावी कदम की इन दिनों शहर में चर्चा हो रही है। पिछले दिनों स्थानीय शीतला मंदिर प्रांगण में एक बुजुर्ग महिला को बीमार हालत में न सिर्फ उन्होंने अस्पताल में दाखिल कराया, बल्कि आपातकालीन वाहन में गोद में उठाकर बिठाया। मंदिर परिसर में मौजूद लोगों ने सिमनकर के इस सराहनीय प्रयास की जमकर प्रशंसा की। वहीं बुजुर्ग महिला के सेहत को दुरूस्त करने की कवायद करते सिमनकर को सोशल मीडिया में काफी बधाईयां मिली।
मिली जानकारी के मुताबिक 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला बिसाहिन गोंड शीतला मंदिर प्रांगण में रहकर गुजर-बसर करती है। भक्तों से मिले फल और अन्य वस्तु से उसका जीवन-बसर होता है। शीतला मंदिर ट्रस्ट द्वारा बुजुर्ग महिला के लिए अस्थाई रूप से एक कमरा दिया गया है। उम्रदराज होने के कारण पिछले कुछ दिनों से बीमार हो गई। ऐसे में उन्हें अस्पताल पहुंचाने वाला कोई नहीं था। इस दौरान प्रेस क्लब अध्यक्ष सचिन अग्रहरि, उपाध्यक्ष प्रदीप मेश्राम, फोटोग्राफर अभिषेक यादव और अन्य लोगों ने सिमनकर की सहायता करते हुए बुजुर्ग महिला को मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा। अस्पताल में उन्हें तत्काल चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई गई। जिससे उसकी सेहत पहले से बेहतर है। यहां यह बता दें कि सिमनकर लगातार सामाजिक मोर्चे पर तैनात रहकर जरूरतमंद लोगों की सुध लेने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। कोरोनाकाल में भी उन्होंने बीहड़ इलाकों के आदिवासियों को भोजन और कपड़े उपलब्ध कराए। एक तरह से उनका यह प्रयास उन्हें सामाजिक पहचान दिला चुका है। लोग अब उनके कार्यों की तारीफ कर रहे हैं।
डॉ.खूंटे ने बुजुर्ग की देखभाल का लिया जिम्मा
मेडिकल कॉलेज में पदस्थ डॉ. प्रकाश खूंटे ने बुजुर्ग महिला बिसाहिन गोंड की देखभाल का जिम्मा लिया है। उन्होंने भर्ती होने के फौरन बाद निजी तौर पर उम्रदराज महिला का इलाज शुरू किया। जिससे उनकी सेहत पहले से बेहतर है। नियमित तौर पर उनका हालचाल डॉ. प्रकाश खूंटे ने जाना है। डॉ.खूंटे को शहर में एक काबिल चिकित्सकों में पहचान मिली है। कोरोनकाल में उन्होंने कई लोगों की जिंदगी को बचाया। 24 घंटे उन्होंने मरीजों को सेवाएं देकर लोगों को कोरोना से निपटने के नुस्खे बताए। डॉ. खूंटे ने एक तरह से गरीब और निर्धन वर्ग की सहायता के लिए हमेशा तत्परता दिखाई है। उनके भी कार्यशैली की भी शहर के सामाजिक संगठनों ने तारीफ की है।