दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 30 सितंबर। भारती विश्वविद्यालय, दुर्ग में मास्टर इन पब्लिक हेल्थ और मास्टर ऑफ हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन कोर्स प्रारंभ किया गया है, जिसमें सीमित सीटों पर प्रवेश प्रारंभ है। यह यू.जी.सी.-नई दिल्ली द्वारा मान्यता प्राप्त एक रोजगारोन्मुखी, नवीन एवं बहुआयामी कोर्स है।
वर्तमान परिस्थितियों में इस कोर्स की सम्पूर्ण देश में स्वास्थ सेवा के क्षेत्र मेें बहुत मांग है। इस कोर्स हेतु एम.बी.बी.एस., डेटंल, फिजियोथैरेपी, आयुष (बी.ए.एम.एस., बी.एच.एम.एस., बी.एन.वाई.एस.), वेटनरी, फार्मेसी, नर्सिग, न्यूट्रीशीयन, एम.एस.डब्लू के सभी उत्तीर्ण विद्यार्थी प्रवेश हेतु पात्र हैं, एवं अन्य पाठ्यक्रमों के पोस्ट ग्रेजुएट उत्तीर्ण विद्यार्थी भी इस कोर्स हेतु योग्य हैं। एम.पी.एच. पाठ्यक्रम की कुल अवधि दो साल छ: माह है। जिसमें दो साल अध्ययन एवं छ: माह इन्टर्नशिप की अवधि है। एम.एच.ए. कोर्स की अवधि दो साल (चार सेमेस्टर) है।
इन दोनों कोर्स के पश्चात विद्यार्थियों को विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी हॉस्पिटल, विश्वविद्यालय, पब्लिक हेल्थ रिसर्च संस्थाओं एवं एन.जी.ओ. में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। एमपीएच और एम.एच.ए. कोर्स करने के बाद एक फ्रेशर के रूप में वह एपिडिमियोलॉजिस्ट, हेल्थ इनफॉर्मेटिक्स स्पेशलिस्ट, हेल्थकेयर एडमिनिस्ट्रेशन, असिस्टेंट एनवायरनमेंट साइंटिस्ट, बायोसिक्योरिटी स्पेशलिस्ट का कार्य कर सकता है। इन दोनों कोर्स के छात्र अपनी रूचि और अनुभव के आधार पर कंसल्टेन्ट, रिसर्च ऑफिसर, प्रोग्राम मैनेजर, प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर, रिसर्च असिस्टेन्ट, असिस्टेन्ट प्रोफेसर, कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर के रूप में एवं सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं में उच्च पदों पर नियुक्त हो सकते हैं। एमपीएच और एम.एच.ए. कोर्स की मांग राष्ट्रीय एवं अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के नये अवसर सृजित कर रही है एवं भविष्य में इस कोर्स के बाद अवसरों की अपार संभावनाएं हैं।