धमतरी
मुख्य सचिव ने कलेक्टरों की ली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, धान खरीदी की तैयारी की दी जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 1 अक्टूबर। एक नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू होगी। महीनेभर पहले ही खरीदी की तैयारी की समीक्षा मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने की। शुक्रवार को दोपहर 3 बजे से वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए जिलों में इसकी तैयारी की जानकारी ली। कलेक्टर पीएस एल्मा ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2022-23 में अनुमानित 48 लाख 42 हजार 870 क्विंटल धान खरीदी की जाएगी। यहां कुल 74 समितियों के 96 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी के लिए 10 अक्टूबर तक नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में मुख्य सचिव ने कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि गिरदावरी का सत्यापन भी जल्द पूरा करें, ताकि समय रहते उसे ठीक किया जा सके। एनआईसी कक्ष में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंस में अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक, खाद्य, कृषि एवं संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
जिला प्रशासन के मुताबिक बीते साल 9 जिलों बालोद, गरियाबंद, कांकेर, महासमुंद, राजनांदगांव, बेमेतरा, रायपुर, बस्तर, कोंडागांव से धमतरी के कस्टम मिलर्स ने 40 लाख 53 हजार 160 क्विंटल धान उठाया। यहां कुल 206 राईस मिल हैं, जिनमें 112 अरवा और 94 उसना मिल शामिल हैं। जि़ले में गिरदावरी 99.99 प्रतिशत हो गई है। 20 अक्टूबर तक गिरदावरी का रैंडम सत्यापन भी कर लिया जाएगा।
24214 गठान बारदाने की होगी जरूरत
जिले में धान खरीदी के लिए 24 हजार 214 गठान बारदाने की जरूरत होगी। अब तक मार्कफेड से नया जूट बारदाना के 12 हजार 624 गठान में से 6 हजार 814 गठान मिल गए हैं। मिलर्स से 15 हजार 562 में से अब तक 10 हजार 165 और सार्वजनिक वितरण प्रणाली से 3 हजार 653 में से 1 हजार 758 गठान बारदाने मिले हैं। बीते साल में 1 लाख 12 हजार 227 पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर 43 लाख 13 हजार 970 क्विंटल धान की खरीदी की गई थी। इस साल अब तक पंजीयन के लिए मिले आवेदनों में 2134 नए, 1485 संशोधन वाले आवेदन ऑनलाइन पंजीकृत कर लिए गए हैं। जि़ले में इस साल भी उपार्जित पूरे धान का उठाव जि़ले के कस्टम मिलर्स द्वारा सीधे समितियों से किया जाएगा। खरीदी केंद्रों में अवैध धान की आवक पर रोक लगाने 5 जांच दल गठित किए गए हैं। जि़ले के 13 खरीदी केंद्रों को संभावित अतिसंवेदनशील केंद्र के रूप में चिन्हांकित किया गया है। जि़ले में अंतर्जिला कस्टम मिलिंग एवं धान संग्रहण के समन्वय के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। भोयना, भाठागांव, चिटौद, जवरगांव में कुल 15 लाख 50 हजार क्विंटल टन धान भंडारण क्षमता है।
अंतर्जिला कस्टम मिलिंग की तैयारी भी कर ली गई है।