कोण्डागांव
मां दुर्गा के नौ रूप की झांकी आकर्षक का केंद्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 2 अक्टूबर। दशकों से चली आ रही परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी शारदेय नवरात्र पर श्री श्री दुर्गोत्सव समिति शिव मंदिर परिवार की ओर से नगर के गर्भ में स्थित शिव मंदिर प्रांगण में समुद्र मंथन से निकली मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा की स्थापना की गई है। माता के दरबार में प्रतिदिन सुबह-शाम सैकड़ों की संख्या में आए श्रद्धालुओं के द्वारा विधिवत पूजा अर्चना एवं आरती की जाती है, वहीं आरती के पश्चात नगर की युवतियों व महिलाओं के द्वारा गरबा नृत्य की प्रस्तुतियां भी दी जाती हैं।
ज्ञात हो कि शिव मंदिर परिवार के सदस्यों के द्वारा पिछले 16 वर्षों से प्रतिवर्ष नवरात्र पर्व को खास और यादगार बनाने के लिए नई सोच और ऊर्जा के साथ भव्य रूप से कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसी तारतम्य में इस वर्ष भी समिति द्वारा विशेष रूप से पंडाल बनाकर समुद्र मंथन की थीम के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की गई। जो क्षेत्रवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। नगर के साथ साथ आस पास के लोग पंडाल के साथ मां दुर्गा के दर्शन कर आते हैं।
शिव मंदिर परिवार के सदस्य नितेश अग्निहोत्री ने पिछले 15 दिनों से गरबा नृत्य की तैयारी कर रही युवतियों व महिलाओं के द्वारा प्रतिदिन रात्रि में गरबा की सुंदर प्रस्तुतियां दी जाती हैं । इसी तरह पंचमी के दिन भी स्थानीय महिलाओं के द्वारा मां दुर्गा के नौ रूपों की नाट्य रूप से प्रस्तुति देकर लोगों का मनमोह लिया । साथ ही व्यक्तिगत व सामूहिक रूप से हर रोज शाम को भंडारा का आयोजन भी किया जाता है । आगामी 6 अक्टूबर को मातारानी की प्रतिमा का बड़े ही भव्य रूप से विसर्जन किया जाना है। इस विसर्जन यात्रा को भव्यता प्रदान करने के लिए शिव मंदिर परिवार के सभी सदस्य तैयारियों में जुटे हुए हैं।