राजनांदगांव
कल दिनभर ज्योति कलश विसर्जन का सिलसिला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 अक्टूबर। शारदीय नवरात्र में महाअष्टमी के अवसर पर दोपहर बाद देवालयों और देवी पंडालों में हवन का सिलसिला शुरू हो जाएगा। 26 सितंबर से शुरू हुए क्वांर नवरात्रि में भक्तिमय वातावरण के बीच श्रद्धालुओं का मंदिरों में देवी दर्शन करने के लिए तांता लगा रहा। घरों में भी मां दुर्गा की आराधना का दौर चला। वहीं देवी पंडालों में मां दुर्गा की कई प्रतिमाएं अलग-अलग रूपों में स्थापित की गई। क्वांर नवरात्रि के आठवें दिन सोमवार को महाष्टमी पर्व को लेकर शहरभर के मंदिर भक्तों से खचाखच भरे रहे। वहीं श्रद्धालुओं द्वारा बच्चों के रूप में कुंवारी कन्याओं को भोजन कराने का क्रम भी पंचमी के बाद से शुरू हो गया है। ऐसे में बच्चों में भी नौ कन्या भोजन करने उत्साह नजर आ रहा है।
शहर के बड़े मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। वहीं दुर्गा पंडालों में हवन की तैयारी का सिलसिला सुबह से शुरू हो गया। मुहूर्त के हिसाब से मंदिरों व पूजा पंडालों में हवन का सिलसिला शुरू होगा, जो देर रात तक चलेगा। मंदिरों में सुबह वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मां दुर्गा की आराधना के लिए विशेष आरती हुई। भक्तिमय माहौल के बीच मंदिरों में श्रद्धालुओं की लंबी कतार नजर आई। इससे पहले क्वांर नवरात्र पर्व में कठिन उपवास रखने वाले श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से मां की आराधना की।
शहर के मां शीतला मंदिर, पाताल भैरवी मंदिर, पुराना बस स्टैंड स्थित मां कालीमाई मंदिर, सिंघोला स्थित मां भानेश्वरी मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भक्तों का रेला नजर आया। पूजा-अर्चना करने वालों में महिलाओं की संख्या ज्यादा रही। वहीं पुरूषों ने भी मां के चरण छूकर आशीर्वाद लिया। स्थानीय मंदिरों के पुजारियों ने विशेष आराधना के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए थे।
मंदिरों के बाहर सुबह से काफी चहल-पहल रही। महाष्टमी पर्व पर हवन-पूजन के लिए मंदिरों में अलग-अलग स्तर की तैयारियां की गई। नवरात्र में डोंगरगढ़ से लेकर समूचे जिले में भक्तिमय वातावरण निर्मित रहा। घर-घर में मां की पूजा के लिए खास तरह की तैयारियां की गई। महिलाओं में खासतौर पर क्वांर नवरात्र पर्व को लेकर खासा उत्साह रहा। मां दुर्गा पंडालों में महाष्टमी पर पूजन कार्य के लिए बड़े-बड़े हवन कुंड बनाए गए। दोपहर के बाद पंडालों में हवन का सिलसिला शुरू होगा। इसी के साथ ही मंदिरों में स्थापित ज्योति कलश के विसर्जन का सिलसिला कल से शुरू हो जाएगा। साथ ही विजयाशमी के दिन पंडालों में स्थापित किए गए मां दुर्गा की प्रतिमाएं विसर्जित की जाएगी।