धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 4 अक्टूबर। खरीफ सीजन में इस साल जिले में किसानों ने 1 लाख 35 हजार हेक्टेयर में धान की फसल लगाया है। पिछले 1 जून से लेकर अब तक जिले में रूक-रूक कर बारिश हो रही है। इससे धान की फसलों में कीटों का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसान तना छेदक और माहू कीटनाशक का दवा का छिडक़ाव भी कर रहे हैं। ऐसे में वे कर्ज लेकर किसानी करने के लिए मजबूर हो रहे हैं। जिले में अब 60 हजार से अधिक किसानों ने करीब 225 करोड़ का कर्ज लिया है।
किसान गौकरण साहू, देवेंद्र पटेल, ईश्वर देवांगन ने बताया कि तनाछेदक, कटुवा समेत पत्ती मोड़ के लिए अब तक वे 3 बार से अधिक कीटनाशक दवा का छिडक़ाव कर चुके हैं, लेकिन कीट व्याधि थमने का नाम नहीं ले रही है। चौथी बार कीटनाशक दवाई का छिडक़ाव करने के बाद ही कुछ राहत मिली है, लेकिन अब धान की पत्तियां लाल होकर सूख रही है। ऐसे में किसानी कार्य की लागत डेढ़ गुना तक बढ़ गई है।
भोथली के किसान रूपेश कुमार, अश्वनी साहू ने बताया कि पत्ती लपेट और भूरा माहू के चलते धान की फसलों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने बताया कि झमाझम बारिश के चलते किसान पहले ही नुकसान झेल चुके हैं, लेकिन अब फसल पकने के समय धान की बालियों में भूरा और हरा माहू का प्रकोप शुरू हो गया है। कीटनाशक दवा का एक बार छिडक़ाव करने पर करीब डेढ़ हजार का खर्च आता है। 3 से 4 बार दवाई का छिडक़ाव करने पर 4 से 5 हजार का खर्चा आ रहा है।
जिले में कृषि कर्ज एक नजर में
सहकारिता विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 60 हजार 509 किसानों ने कृषि कार्य के लिए अब तक 224 करोड़ 64 लाख 74 हजार रुपए का कर्ज लिया है। इसमें सर्वाधिक भखारा के 1430 किसानों ने 5 करोड़ 80 लाख 53 हजार रुपए का कर्ज लिया है, जबकि सबसे कम कर्ज फरसियां के 635 किसानों ने 1 करोड़ 46 लाख 49 हजार रुपए का ऋण लिया है।
धमतरी तहसील में बारिश का पिछले 10 सालों का टूटा रिकार्ड इस साल जिले में मानसून काफी मेहरबान हुआ है। वर्तमान में चारों बांधों को मिलाकर करीब 53 टीएमसी पानी भरा हुआ है। भू-अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के अनुसार 1 जून से लेकर अब तक धमतरी जिले में 1285.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।
इसमें सर्वाधिक बारिश धमतरी तहसील में 1508.8 मिमी हुई है। पिछले 10 वर्षों में यहां की कुल औसत वर्षा 1081.6 मिमी दर्ज की गई है। जबकि धमतरी तहसील में अब तक की औसत वर्षा 15 सौ को पार कर गई है। इस तरह अब तक 427.2 मिमी बारिश अधिक हुई है। दूसरे नंबर पर कुकरेल है। यहां 1480.4 मिमी बारिश हुई है। इसी तरह सबसे कम बारिश भखारा में 1060 मिमी दर्ज की गई है। मगरलोड में 1218 मिमी, नगरी में 1379 मिमी, भखारा में 1066 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।