रायगढ़
छत्तीसगढ़ समेत ओडिशा, बिहार व झारखंड के प्रतिनिधि भी शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 4 अक्टूबर। गाँधी जयंती के दिन जिले के विकासखंड तमनार में कोयला सत्याग्रह का आयोजन किया गया, जिसमें विकासखंड के 55 ग्राम पचायत के सैकड़ों लोग शामिल हुए।
ज्ञात हो कि कोयला सत्याग्रह पूरी तरह से महात्मा गाँधी से प्रेरित नमक सत्याग्रह जैसा रहता है। कोयला खनन का अधिकार स्थानीय लोगों को दिलाने यह सत्याग्रह 2011 से हर साल किया जाता है।
इसमें रायगढ़ जिले के अलावा कोरबा, अंबिकापुर, सूरजपुर, जशपुर, जांजगीर और बिलासपुर के प्रतिनिधि भाग लिए। वहीं छतीसगढ़ के अलावा दूसरे राज्य ओडिशा, बिहार और झारखण्ड के प्रतिनिधि भाग लेने वाले है। कोयला सत्याग्रह में सिर्फ प्राकृतिक, जल जंगल से जुड़ा मुद्दा और उसके बचाने के लिए किया जाता है जिसमे कोयला प्रभावित लोगो की मौजूदगी ज्यादा रहती है।
ज्ञात हो कि पहली बार कोयला सत्याग्रह 2011में जिले के विकास खंड तमनार के ग्राम पचायत गारे से प्रारम्भ हुआ था जिसमें अभी तक 18 राज्य के लोग शामिल हुए है। यह पूरी तरह से प्रकृति से जुड़ा है जिसमें हजारों की सख्या में कोयला प्रभावित क्षेत्र के लोग के अलावा आदिवासी लोग शामिल होते हैं। आंदोलन का मुख्य उद्देश्य प्रकृति, जल जंगल को बचाना ही रहता है।