महासमुन्द
आश्रम से जुडऩे बरगलाया-ग्रामीण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 6 अक्टूबर। अरण्ड में नामदान आश्रम से संबद्ध दम्पत्ति एवं अन्य कुछ समर्थकों के साथ ग्रामीणों द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। इस मामले में नामदान आश्रम से जुड़े ग्रामीणों ने रिपोर्ट दर्ज करने की मांग को लेकर पिथौरा थाना घेरा। थाना प्रभारी द्वारा दशहरा कार्यक्रम में व्यस्तता के कारण जांच हेतु दो दिन का समय लेकर आंदोलनकरियों को वापस भेजा।
ग्रामीणों के मुताबिक अन्य स्थानों से आदिवासी बहुल अरण्ड पहुंचे आधा दर्जन लोग ग्रामीणों से बाबा रामपाल आश्रम से जुडऩे के लिए उन्हें बरगला रहे थे।
आदिवासी बहुल ग्राम अरण्ड के ग्रामीणों ने आरोप लगाते बताया कि ग्राम में एक दम्पत्ति ऐसी है, जो कि हिंदुओं एवं छत्तीसगढ़ की परंपरा को नहीं मानता। लिहाजा ये दम्पत्ति ने अपने घर हुए शोक में भी छग की रीति रिवाज अनुसार बाल दान नहीं किया। दम्पत्ति किसी के घर आते-जाते नहीं, कभी किसी के जाते भी है तो उस घर का पानी भी नहीं पीते। इस व्यवहार से उसके परिवार के अन्य सदस्य भी दम्पत्ति से नाराज थे। इस बीच रविवार को कुछ लोग दम्पत्ति के घर रुके।
ग्रामीण बताते हंै कि इसके बाद मेहमान बन कर आये लोगों ने ग्रामीणों पर नामदान आश्रम ग्रहण करने के लिए समझाने लगे। आगंतुकों का इस तरह ग्रामीणों को समझना दंपत्ति के परिजनों को रास नहीं आया और वे ग्राम सरपंच सहित मुखिया एवं अन्य ग्रामीणों को पूरे मामले की जानकारी दी।
यह सब सुनते ही ग्रामीण काफी संख्या में दम्पत्ति के घर के पास पहुंच कर आगंतुकों को वापस जाने की विनती करने लगे। इसके बाद भी ज़ब आगंतुक अपने इरादों पर जमे रहे। तब दोनों पक्षों में आपसी हाथापाई होने की खबर है।
वहीं दूसरी ओर नामदान केंद्रों के सदस्यों ने पुलिस को एक आवेदन देकर उनके लोगों से मारपीट करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस को दिए आवेदन में लिखा है कि प्रार्थी प्यारे लाल व पिता तुल ध्रुव (64) ग्राम अरंड थाना पिथौरा जिला महासमुन्द छतीसगढ़ का निवासी है। तीन अक्टूबर सोमवार की दोपहर मेरे निवास स्थान में ग्राम सरपंच देवराज ध्रुव की उपस्थिति में शिवचरण व पिता गोविंद ध्रुव , लोकश ध्रुव, सोलू ध्रुव, चंदन ध्रुव, गंगाधर निर्मलकर, बद्धेश्वर डडसेना, डिंगू पटेल, लीलाधर निषाद, टिकेश्वर सभी निवासी अरंड महासमुंद द्वारा दुमन सिह ध्रुव (56) रायकेरा पोस्ट सिरपुर, श्रीराम सिंह (53) छपौराडीह महासमुन्द, गजानंद चौहान (28) बिराजपाली, देवचरण यादव (48) गरौद एवं मेरे परिवार के सदस्यों पर धर्म परिवर्तन का गलत आरोप लगाकर मारपीट एवं जान से मारने की धमकी दी गई। जबकि में प्रार्थी एवं अन्य सदस्य जन्म से जिस जाति और वर्ण व्यवस्था में हैं, उसी व्यवस्था में आज भी स्थित है। हम किसी भी प्रकार के धर्म पर टिप्पणी या धर्म परिवर्तन का कार्य नहीं करते।
तीन अक्टूबर को मारखाने वाले उक्त व्यक्ति मुझसे और मेरे परिवार से पूर्व से जान पहचान होने के वजह से मेरे पर मिलने आए थे। घर में बैठ कर ही हम सभी कबीर पंथ की ज्ञान पर चर्चा कर रहे थे। हम सभी कबीर पंथी सतगुरु रामपाल जी महाराज के द्वारा दिए गए ज्ञान एवं शिक्षा पर जीवन यापन करते हैं।
लेकिन तीन अक्टूबर को ग्राम सरपंच देवराज ध्रुव एवं उनके व्यक्तियों द्वारा मेरे घर आकर मेरे परिवार के सदस्यों और मेरे घर आए मेहमानों को मारपीट करना एवं गांव से बहिष्कार करना गलत है। अत: आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाए।
प्रदेश भर में खुल रहे नामदान केंद्र
प्रदेश भर में रामपाल बाबा के अनुयायियों द्वारा कोई 500 नामदान केंद्र खोले गए है। इन केंद्रों के संचालन हेतु प्रदेश प्रभारी दुष्यंत साहू है। जिले में मेमरा में एक एक नामदान केंद्र संचालित है। पुलिस थाने का घेराव करने इन्हीं केंद्रों से अनुयायी पहुंचे थे।