महासमुन्द
आए दिन कुत्ते काटने से लोग हो रहे घायल, पहुंच रहे अस्पताल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरायपाली, 6 अक्टूबर। विगत कुछ दिनों से शहर के विभिन्न मार्गो में झूंड़ में आवारा कुत्तों को देखा जा सकता है, इन आवारा कुत्तों के आतंक से शहरवासी परेशान हैं। आए दिन किसी न किसी पर ये कुत्ते हमला कर रहे हैं, कई लोग उसके काटने से घायल हो रहे हैं, कुत्ते काटने से लोगों को रेबीज बीमारी होने का भी खतरा बना हुआ है।
नगर के सभी मार्गों, गलियों में झुंड में आवारा कुत्तों को घूमते देखा जा सकता है, यह कुत्ता आपस में ही झगड़ते हैं और नजदीक से गुजर रहे लोगों पर हमला करते हैं, इन कुत्तों के आतंक से राहगीर, शहरवासी परेशान हंै।
अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार वर्तमान में हर दूसरा से तीसरा दिन में कुत्ते काटने के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं, चूंकि अस्पताल में रेबीज इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में होने के कारण लोगों को नि:शुल्क इंजेक्शन लग रहे हैं। शहर वासियों की ओर से मांग भी उठने लगी है, कि जिस तरह से कुत्तों की संख्या बढ़ गई है, नगर पालिका प्रशासन व पशु चिकित्सा विभाग के द्वारा बधियाकरण भी किया जाना चाहिए, जिससे भारी तादाद में बढ़ रहे कुत्तों की संख्या में काबू पाया जा सके, या आवारा कुत्तों को किसी दूर जंगल में छोडऩे की भी मांग उठने लगी है।
ज्ञात हो कि विगत कुछ वर्ष पूर्व तुमगांव के समीप घने जंगल में भारी तादाद में रायपुर के सडक़ों पर घुम रहे आवारा कुत्तों को लाकर छोड़ा गया था,
वहीं घर के पालतू कुत्तों को एंटी रेबीज का टीका लगवाया जाता है,जिसके काटने से भी रेबीज बीमारी होने का खतरा नहीं रहता यह प्रक्रिया थोड़ा जटिल है,लेकिन आवारा कुत्तों को भी एंटी रेबीज का टीका लगाकर लोगों को रैबिज बीमारी होने से बचाया जा सकता है। आवारा कुत्तों से बचने तीनों आवश्यक उपाय में से किसी एक उपाय अगर प्रशासन द्वारा अपनाई जाए तो लोगों को बड़ी राहत मिल जाएगी।
कुत्ते काटने से, 21 दिन के अंदर लगता है, रेबीज का 5 इंजेक्शन-बीएमओ
इस संबंध में खंड चिकित्सा अधिकारी बीबी कोसरिया से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि, रेबीज इंजेक्शन अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में है,अगर किसी को कुत्ते काट देता है,तो उसे 21 दिनों में 5 इंजेक्शन लगाए जाते हैं,जिसमें पहला इंजेक्शन 24 घंटा के अंदर पहला,दूसरा 3,तीसरा 7, चौथा 14,पांचवां 21वें दिन में रेबीज के इंजेक्शन लगाए जाते हैं, अभी कुछ दिनों से कुत्ते काटने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है,लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।