राजनांदगांव
कॉलेज प्रबंधन पर उठ रही ऊंगलियां
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 अक्टूबर। शहर से सटे सुंदरा स्थित डेंटल कॉलेज में एक और छात्र ने खुदकुशी कर ली है। गुजरे तीन साल में तीन छात्रों ने आत्महत्या की है। तीनों विद्यार्थियों के द्वारा उठाए गए घातक कदम की अब तक असल वजह सामने नहीं आई है। लिहाजा कॉलेज प्रबंधन पर न सिर्फ परिजन, बल्कि आम लोग भी सवाल खड़ा कर रहे हैं।
सुंदरा डेंटल कॉलेज में कल महाराष्ट्र के 20 वर्षीय शुभम कापगते ने हॉस्टल के एक कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मूलत: महाराष्ट्र के साकोली के रहने वाले शुभम के इस आत्मघाती कदम से परिजनों के होश उड़ गए। जैसे ही उसके खुदकुशी करने की खबर परिवार को मिली, सभी सकते में आ गए। इधर कॉलेज प्रबंधन छात्र के आत्महत्या करने के मामले में चुप्पी साध बैठा है। गुजरे तीन साल में एक छात्र समेत तीन विद्यार्थियों ने खुदकुशी का रास्ता अख्तियार किया।
मिली जानकारी के मुताबिक कमरे में शुभम कापगते को फंदे में लटकते देखकर हॉस्टल में हडक़ंप मच गया। इसके बाद प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। चिखली पुलिस चौकी प्रभारी भोला सिंह ने मौके पर पहुंचे और उन्होंने घटना की जानकारी ली। बताया जा रहा है कि पूर्व में कलकत्ता की रहने वाली श्रेया विश्वास ने भी आत्महत्या कर ली थी। उस दौरान वह छठवें सेमेस्टर की पढ़ाई कर रही थी। इसी तरह फाईनल ईयर वनिता सिंह ने भी खुदकुशी कर ली थी। वह 25 साल की उम्र में फाईनल ईयर की पढ़ाई कर रही थी। वनिता राजनांदगांव शहर में किराए पर निवासरत थी। इस तरह डेंटल कॉलेज में विद्यार्थियों के सिलसिलेवार खुदकुशी किए जाने के मामले ने प्रबंधन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। परिवार के लोगों के लिए अपने संतानों को खोने का दर्द आज भी कायम है। ऐसे में डेंटल कॉलेज की अंदरूनी प्रशासनिक व्यवस्था परिजनों की दुश्वारियां बढ़ा रही है।