महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 अक्टूबर। पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन दिया और बताया कि क्षेत्र की कानून व्यवस्था बिगड़ रही है इससे लोगों में भय का वातावरण निर्मित हो रहा है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि शहर में बढ़ते नशे के व्यापार एवं पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण चाकूबाजी, चोरी, मारपीट की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। लोग अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। थाने में रिपोर्ट लिखाने आ रहे पीडि़तों के साथ थानेदार से लेकर सिपाही तक दुव्र्यवहार करने से नहीं चूकते। थाने में शराब माफि याओं की और मिलीभगत किसी से छिपी नहीं है। शहर व आसपास के क्षेत्र में 5 दुकानों से ज्यादा अवैध शराब की बिक्री के अड्डे स्थापित हो चुके हैं। मेडिकल नशे के आगोश में आकर युवा अपराध में संलिप्त हो रहे हैं। आरोपियों को पुलिस का खुला संरक्षण मिल रहा है। लिहाजा पुलिस स्टाफ अब अपराध रोकने की बजाय अपराध की वृद्धि में उत्प्रेरक का काम कर रहे हैं।
उन्होंने ज्ञापन में कहा है कि महासमुंद के शांतिप्रिय नागरिकों का आक्रोश कभी भी फूट सकता है। गांवों में रेत, शराब, गुटका माफिया प्रशासन एवं नेताओं की संरक्षण में फैले हुए हैं। डॉक्टर चोपड़ा ने अनुरोध किया है कि इस प्रकार की अराजकता के विरुद्ध पुलिस आंदोलन खड़ा करे। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल के रूप में उपस्थित सांसद कार्यालय प्रभारी मोहन साहू, सांसद प्रतिनिधि पवन साहू, सांसद प्रतिनिधि अरविंद प्रहरे, निराश्रित संघ अध्यक्ष जगन्नाथ छुरा ने संयुक्त रूप से कहा कि व्यवस्था में तत्काल सुधार के प्रयास करें जो जनता को दिखाई दे अन्यथा शीघ्र आंदोलन किया जाएगा।