कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 7 अक्टूबर। मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म के द्वारा पहली बार जिले में ड्रैगन फ्रूट की सफल खेती की जा रही है।
ड्रैगन फ्रूट मूल रूप से मैक्सिको का पौधा माना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम वाइट-फ्लेशेड-पतिहाया है, और वानस्पतिक नाम हायलेसिरस अनडेटस है। वियतनाम, चीन व थाईलैंड में इसकी खेती बड़े पैमाने पर होती है और भारत में इसे वहीं से आयात किया जाता रहा है। अब तक इसे अमीरों और तथा रईसों का ही फल माना जाता था, पर जल्द ही यह आम लोगों तक भी पहुंचने वाला है। बेहद खूबसूरत दिखने वाले इस फल में अद्भुत पौष्टिक तथा औषधीय गुण पाए जाते हैं। इस बेहद स्वादिष्ट फल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और कैल्शियम आदि पाया जाता है। यही कारण है कि इसे वजन घटाने में मददगार, कोलेस्ट्राल कम करने में सहायक और कैंसर के लिए लाभकारी बताया जाता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का विशेष गुण होने के कारण कोरोना काल में इसका महत्व काफी बढ़ गया। इन्हीं कारणों से पूरी दुनिया के लोग इसके दीवाने हैं। जलवायु ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए उपयुक्त है।