कोरिया

छग से कोयला यूपी-बिहार जा रहा है, दाम 3 गुना ज्यादा मिल रहा है
16-Nov-2022 2:31 PM
छग से कोयला यूपी-बिहार जा रहा है, दाम 3 गुना ज्यादा मिल रहा है

कार्रवाई नहीं होने से कोयला तस्करों के हौसले बुलंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 16 नवंबर।
कोयले का काला खेल कोरिया जिले ही नहीं बल्कि एमसीबी जिले में लंबे समय से चल रहा है जिस पर प्रभावी अंकुश नहीं लग पाया जिसके कारण ही कोयला तस्करों के हौसले बुलंद हो गये है और इसी का परिणाम है कि बीते दिनों चरचा कॉलरी में सुरक्षा प्रहरी व अन्य को कोयला तस्करों के द्वारा घायल कर दिया गया था। कोयले के इस खेल सबसे ज्यादा इस समय ईंट भ_ों वालों की चांदी है, यही से कोयला बिहार और उप्र जा रहा है, जबकि इसका दाम 3 गुना ज्यादा मिल रहा है।

वहीं एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र के प्रबंधक का कहना है कि बहुत जल्द नागा बटालियन तैनात होने वाली है, वो कोयला चोरी को नियंत्रित करेगें, केन्द्र सरकार इन्हें भेज रही है, चरचा में फिलहाल स्टेडियम में उन्हें रोकने का काम किया जा रहा है। कोयला तस्करी रोकने नागा बटालियन ही कुछ कर पाएगें।

जानकारी के अनुसार कोरिया व एमसीबी जिले में कोयले की कई खदानें संचालित हैं, जहां से  रोजाना सैकड़ों टन कोयला चोरी हो रहा है। कोयला खदानों से निकलने वाला कोयला ईंट भट्टों में खपाया जाता है इसके अलावा कोयला तस्करों के द्वारा यहां का कोयला उप्र राज्य में भी बडे पैमाने पर भेजा जाता है। जहां पर कोयले की अच्छी कीमत मिलती है जिस कारण कोरिया व एमसीबी जिले से निकलने वाले कोयले को बडे स्तर पर यूपी बिहार भेजा जाता है।

जानकारी के अनुसार यहां कोयला चार रूपये प्रति किलों की दर से मिलता है और यही कोयले को जब उत्तर प्रदेश भेजा जाता है तो वहां 11 रूपये की दर से कोयले का दाम मिलता है यही कारण है कि यहां से कोयले को चोरी छिपे अवैध रूप से ट्रकों में भरकर उत्तर प्रदेश ले जाया जाता है जहॉ कई ट्रक कोयले विक्रय कर अच्छी कमाई होती है जिसके कारण कोरिया एमसीबी का कोयला उप्र के विभिन्न शहरों में भेजा जाता है।

अधिकारियों की सेटिंग चल रहा अवैध कारोबार
कोयले का अवैध कारोबार अधिकारियों की सेंिटंग से चल रहा है। जिस कारण अधिकारियों के द्वारा ठोस कार्यवाही नहीं होती है। यही कारण है कि लंबें समय से कोयले का अवैध कारोबार चल रहा है जानकारी के अनुसार प्रतिदिन कोरिया एमसीबी जिले से अवैध कोयला ईट भट्टों के साथ उप्र के शहरों को भेजा जाता है। सूत्रों के अनुसार कोयले का अवैध करोबार खदान से लेकर बाहर आने तक पूरी सेटिंग से परिवहन करते है और अंजाम तक पहुंचाते है। जिसके चलते ही जिले में अवैध कोयले का कारोबार पर अंकुश नही लग रहा है बल्कि और ज्यादा फल फूल रहा है।  

ईट भट्टों में डंप हो रहा अवैध कोयला
कोरिया व एमसीबी जिले में नियम विरूद्ध तरीके से र्कई इंट भट्टे जगह जगह संचालित हो रहे है जिस पर भी किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं होती और यही अवैध ईंट भट्टों में खदानों का कोयला लाकर पहले डंप कर दिया जाता है और यही से कोयले की तस्करी की जाती है। इस तरह के अवैध कार्यो में बडे लोगों का हाथ बताया जाता है। जिनके द्वारा अधिकारियों से सांठगॉठ कर अधिकारियेां के संरक्षण में सुरक्षित तरीके से अवैध कार्यो को अंजाम दिया जाता है। बताया जाता है कि हाथी बोरी में कोयला पहले 230 में मिलता था अब 150 रूपये में मिल जाता है जिसमें 50 किलो कोयला रहता है। जिसे कई लोगों के द्वारा बाईक से परिवहन  कर लिया जाता है वही अधिक मात्रा में अवैध कायेले को पिकप व बडी वाहनों में परिवहन किया जाता है।
 

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