कोरिया
ग्रामीणों ने किया विरोध तो बीएलओ को कर दिया अटैच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 16 नवंबर। कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड के पूर्व विकासखंड प्रभारी शिक्षा अधिकारी द्वारा अपने अल्प समय के कार्यकाल में नियमोंं का ताक पर रखकर कई शिक्षकों को न सिर्फ अटैच किया, बल्कि जिनका स्थानांतरण अभी नहीं हो सकता जो परिविक्षा अवधि में है उनको भी अटैच कर दिया।
जब स्कूल शिक्षक विहीन हो गए तो ग्रामीणों ने शिकायत की, जिस पर दूसरे स्कूल के बीएलओ को शिक्षक विहीन स्कूल में अटैच कर दिया, जबकि बीएलओ को हटाने का नियम ही नही है, बीईओ की पहुंच ऐसी कि प्रभार की मिली कुर्सी छोडने को तैयार नहीं थे, एक नियमित बीईओ को चार्ज नहीं दिया, दूसरे को एक माह का इंतजार करवाया, बाद मे कलेक्टर ने प्रभारी को एकतरफा रिलीव कर स्कूल भेजा तब जाकर चार्ज मिल पाया।
शिक्षकविहीन हो गए थे स्कूल
सोनहत विकासखंड के पूर्व बीईओ अपने कुछ माह के कार्यकाल में ही चर्चित रहे। उन्होंने प्राथमिक शाला धनपुर के शिक्षक को माध्यमिक शाला रामगढ़ में अटैच किया, हाई स्कूल सिंघोर के एक शिक्षक को हाई स्कूल बंशीपुर, माध्यमिक शाला सिंघोर के शिक्षक को माध्यमिक शाला बोढार, माध्यमिक शाला रामगढ़ के शिक्षक को माध्यमिक शाला रजौली, माध्यमिक शाला के मझगवां खुर्द के शिक्षक को माध्यमिक शाला कैलाशपुर, प्राथमिक शाला गरनई के शिक्षक जो बीएलओ है उन्हें माध्यमिक शाला धनपुर में अटैच कर दिया।
जानकारी के अनुसार आदिवासी बाहुल्य सोनहत जनपद पंचायत के वनांचल ग्राम धनपुर के स्कूल में जहां दो ही शिक्षक पदस्थ थे जिनका वहां से शासन स्तर पर स्थानांतरण हो गया, बीईओ ने दोनों ही शिक्षकों को रिलीव कर दिया। स्कूल शिक्षक विहीन हो गया था।
जहां जरूरत वहां शिक्षक ही नहीं
सोनहत विकासखंड में कई विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है वहॉ पूर्व बीईओं द्वारा शिक्षकों की व्यवस्था करने पर ध्यान न देकर सुविधाजनक जगहों पर ही शिक्षकों केा अटैच करते रहे। सोनहत विकासखंड में कई विद्यालय ऐसे है जहॉ गणित विज्ञान के शिक्षक लंबे समय से नही है कला के शिक्षकों के द्वारा ही किसी तरह से अध्यापन कार्य कराया जा रहा है जिससे समझा जा सकता है कि शिक्षक कितनी गुणवत्ता के साथ शिक्षा दे पाते होगे।