बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 21 नवंबर। उच्चशिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन की राज्य स्तरीय गुणवत्ता उन्नयन कार्यशाला का आयोजन स्थानीय शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय द्वारा शनिवार को किया गया।
कार्यशाला में राज्य 57 महाविद्यालयों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। नैक मूल्यांकन पश्चात प्रतिवर्ष प्रस्तुत किए जाने वाले एक्यूएआर एवं गुणवत्ता उन्नयन के मार्गदर्शन के लिए आयोजित इस एक दिवसीय कार्यशाला में राज्य 57 महाविद्यालयों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कॉलेज की सभा कक्ष में कार्यशाला का उद्घाटन उच्चशिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक डॉ सुशील चन्द्र तिवारी द्वारा किया गया। विशेष अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के एक मात्र ए प्लस महाविद्यालय शासकीय विज्ञान स्नातकोत्तर (स्वशासी) महाविद्यालय दुर्ग के प्राचार्य डॉ. आर. एन. सिंह थे।
जिन्होंने गुणवत्ता उन्नयन के लिए किए जाने वाले प्रयासों एवं उपायों पर अत्यंत प्रेरक जानकारियां प्रदान की। मुख्य वक्ता के रूप में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी, उच्चशिक्षा विभाग डॉ.जी.ए. घनश्याम ने राज्य के महाविद्यालयों में गुणवत्ता आश्वासन में किए गए।
उल्लेखनीय कार्यों को विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। अन्य वक्ताओ में बिलासपुर के प्राध्यापक डॉ.डी. के. श्रीवास्तव ने एक्यूएआर रिपोर्ट की तैयारियों एवं ऑनलाइन प्रेषण पर प्रतिभागियों को मार्गदर्शन प्रदान किया।
कार्यशाला के तृतीय सत्र में शासकीय बिलासा देवी कन्या महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ. कावेरी दाभडकर द्वारा उन्नत एक्यूएआर प्रस्तुति के विभिन्न आयामों एवं इसके लिए संस्थात्मक उत्तरदायित्वों पर अत्यंत रचनात्मक उदबोधन दिया गया।
चतुर्थ सत्र में शासकीय महाविद्यालय उतई के प्राध्यापक डॉ. अवधेश श्रीवास्तव ने प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयों से आए प्राचार्यों, आईक्यूएसी समन्वक एवं प्राध्यापकों के वार्षिक गुणवत्ता उन्नयन प्रतिवेदन से सम्बंधित प्रश्नों का समाधान किया।
कार्यशाला के अंत में आयोजक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बेमेतरा के प्राचार्य डॉ.पी पी चंद्रवंशी द्वारा समस्त वक्ताओं एवं सहभागियों का आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम आयोजन में महाविद्यालय के प्राध्यापक शैल शर्मा, आईक्यूएसी समन्वक मोहम्मद फिरोज खान, एन. आर. निर्मल, सतीश तेवालकर, डोसन साहू, श्वेता साहू, कोमल मोटवानी, तुकेंद्र वर्मा एवं आशुतोष शुक्ला, युष्मति एवं अश्वनी प्रधान की उल्लेखनीय भूमिका रही।