कोण्डागांव
कोण्डागांव, 22 नवंबर। जिले में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए समुचित व्यवस्था करने के दिशा में धान खरीदी केन्द्रों पर किसानों को टोकन, बारदाना की सुलभता सहित उनके धान की तौल समय पर सुनिश्चित करें। किसानों को धान विक्रय करने हेतु कोई परेशानी न हो, इस ओर पूरी गंभीरता के साथ पहल किया जाये। जिले के अंतर्गत वनाधिकार पट्टाधारी हितग्राहियों को ऋण पुस्तिका प्रदाय सुनिश्चित किया जाये।
वहीं इन वनाधिकार पट्टाधारी हितग्राहियों को मनरेगा सहित अन्य योजनाओं से लाभान्वित करने व्यापक पहल किया जाये। उक्त निर्देश कलेक्टर दीपक सोनी ने कलेक्टोरेट में आयोजित समय-सीमा की बैठक के दौरान दिए। कलेक्टर ने जिले के वनाधिकार पट्टाधारी हितग्राहियों को ऋण पुस्तिका प्रदाय स्थिति की विस्तृत जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देशित किया कि, वनाधिकार पट्टे धारकों को ऋण पुस्तिका वितरण शीघ्र पूर्ण किया जाये। उन्होने वनाधिकार पट्टेधारी हितग्राहियों के आय संवृद्धि के लिए उन्हे मनरेगा के तहत भूमि समतलीकरण, डबरी निर्माण, कुक्कुट शेड, डेयरी शेड इत्यादि के लिए सहायता सुलभ कराये जाने कहा।
इसके साथ ही विभागीय योजनाओं से उन्नत खेती-किसानी, मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, गौ पालन आदि के लिए लाभान्वित किये जाने के निर्देश दिए। हर एक ग्राम पंचायत के वनाधिकार पट्टे धारकों को चिन्हित कर उन्हे उनकी जरूरत व रूचि के आधार पर लाभान्वित किये जाने कहा। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की समीक्षा करते हुए पोषण पुनर्वास केन्द्रों पर स्थान की सुलभता के अनुसार शत-प्रतिशत कुपोषित बच्चों को उपचारार्थ भर्ती किये जाने कहा। पोषण पुनर्वास केन्द्रों के लिए प्रत्येक पखवाड़ा हेतु 15 बच्चों का रोस्टर तैयार कर उन्हे प्राथमिकता क्रम में लाभान्वित करने कहा।
उन्होने मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजनान्तर्गत स्वास्थ्य जांच एवं उपचार की औसत वृद्धि करने पर जोर देते हुए दूरस्थ ईलाकों के हाट-बाजारों पर ध्यान केन्द्रीत कर ग्रामीणों को लाभान्वित करने कहा। वहीं हाट-बाजार के समीपस्थ स्कूल, आश्रम-छात्रावासों के बच्चों और आंगनबाड़ी केन्द्रों के लक्षित बच्चो, माताओं का स्वास्थ्य जांच व उपचार सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने गौठानों में पशु चारे की व्यवस्था के लिए किसानों को पैरादान करने प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। वहीं गौठानों में नियमित गोबर खरीदी सुनिश्चित किये जाने कहा। कलेक्टर ने निर्माण कार्यों को योजनाबद्ध ढंग से द्रुत गति के साथ संचालित किये जाने पर बल देते हुए नियमित रूप से निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग कर तकनीकी व गुणवत्ता मानकों का परिचालन करने सहित नियत समयावधि में पूर्ण किये जाने के निर्देश निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को दिए।