महासमुन्द

सायरन बजते ही गरीब मरीजों का ध्यान बरबस ही खूबसूरत नीले रंग की बस एमएमयू की ओर दौड़ जाती है
24-Nov-2022 4:07 PM
सायरन बजते ही गरीब मरीजों का ध्यान बरबस ही खूबसूरत नीले रंग की बस एमएमयू की ओर दौड़ जाती है

अब तो बीमार रहने वाले हर शख्स को इस बस का इंतजार रहता है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,24 नवंबर।
महासमुंद शहर की गरीब बस्तियों में सायरन बजते ही लोगों का ध्यान बरबस ही एक खूबसूरत नीलेरंग की बस की ओर दौड़ जाती है। इस बस में नर्स, डाक्टर, दवाईयां सभी कुछ रहता है। लोग हाथ दिखाकर उस बस को रुकवा भी सकते हैं लेकिन सवाार वही होते हैं जिनकी तबीयत खराब रहती है। फोन करके इस बस को बुलाया जा सकता है। इस बात का भान सभी लोगों हो चुका है। अब तो बीमार रहने वाले हर शख्स को इस बस का इंतजार रहता है। इस बस का नाम मोबाइल युनिट एमएमयू है जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का फोटो चिपका हुआ है। 

मालूम हो कि महासमुंद जिले के शहरी क्षेत्रों में मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना की मोबाइल मेडिकल यूनिट एमएमयू से स्लम बस्तियों के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और इलाज जारी है। शहरी झुग्गी बस्तियों में निवासरत लोगों की नियमित जांच.उपचार.दवा का लाभ और बेहतर एवं सरल तरीके से मिलने लगा है। 

इसके लिए मुख्यमंत्री स्लम योजनांतर्गत एक मोबाईल मेडिकल यूनिट वाहन महासमुंद नगरपालिका को मिली है। इससे स्लम इलाकों में रहने वाले लोग ना सिर्फ इन मोबाइल मेडिकल यूनिट पर डॉक्टरों से अपना इलाज करा रहे हैं बल्कि यहां से दवाईंयां और 41 तरह के टेस्ट भी मुफ्त किए जा रहे हैं।

विभागीय जानकारी अनुसार इस बस से जिले में अब तक लगभग 368 कैम्प लगा कर 28 हजार 861 मरीजों का इलाज किया है। इन मरीजों में से 4हजार 410 मरीजों का मुफ्त लैब टेस्ट किया गया है। वही 27 हजार 018 मरीजों को मुफ्त दवा का वितरण किया गया है। एमएमयू में 41 प्रकार के विभिन्न लैब टेस्ट किये जाते हैं। इनमें खून, मल,मूत्र, थूक, टीबी, थायराइड, मलेरिया, टाईफाईड की जांच कुशल लैब टेक्निशियन द्वारा अत्याधुनिक मशीनों से की जाती है। 

इस एमएमयू में जिले के लगभग चार लाख चालीस हजार स्लम बस्तियों के मरीजों को मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा  बेहतर तरीके से मिली है। इस तरह आधुनिक उपकरण से सुसज्जित मोबाईल मेडिकल यूनिट स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है। इस मोबाइल मेडिकल यूनिटों में एमबीबीएस डॉक्टर जिले की स्लम बस्तियों में कैम्प लगाकर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं दे रहे है। एमबीबीएस डॉक्टर के साथ कैम्प में मुफ्त दवा वितरण के लिए फार्मासिस्ट, मुफ्त लैब टेस्ट करने के लिए लैब मरीजों तक मुफ्त जांच, उपचार और दवा की सुविधा पहुंचाई जा रही है। राज्य स्थापना दिवस 01 नवंबर 2020 को मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना की शुरूआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की थी।

 

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