कोरिया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 24 नवंबर। कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड के पूर्व विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से शिक्षकों के अटैच करने का मामला उजागर होने के बाद नियम विरूद्ध तरीके से अटैच किये गये कर्मियों को उनके मूल संस्था में भेजने का आदेश जारी किया गया है, परन्तु अब तक ऐसे शिक्षकों ने आदेश को नहीं माना है। अब वो वहीं काम कर रहे हैं, जहां अटैच थे, दूसरी ओर अटैच किए बाबूओं को उनके मूल पद पर वापसी की मांग शुरू हो गई है।
सोनहत के तत्कालीन बीईओ पर उनके कार्यकाल के दौरान कई तरह के नियम विरूद्ध कार्य करने का आरोप लगे हैं, जिनमें कार्यालय के आदिवासी कर्मियों को प्रताडि़त करने का मामला भी सामने आया है। इसके अलावा विभिन्न तरह की खरीदी में नियमों को ताक पर रखकर खरीदी करने का भी आरोप है।
खुद पत्र पोस्ट कर उपलब्धियां बता रहे
इसी बीच पूर्व बीईओ खुद अपने समर्थन में पत्र वायरल कर रहे हंै, जिसमें अपने (पूर्व बीईओ) के कार्यकाल की उपलब्धियों को गिनाया जा रहा है, लेकिन इसमें यह नहीं बताया गया कि उनके कार्यकाल में खरीदी किये गये सामग्रियों में क्रय नियमों पालन क्यों नहीं किया गया। पूर्व बीईओ के खुद ही पोस्ट किए पत्र के समर्थन में कुछ शिक्षक लाइक कर रहे हैं।
भंडार शाखा प्रभारी ने आरोप लगाया था कि सोनहत के तत्कालीन बीईओ के द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से भण्डार क्रय नियमों पालन न करके स्टेशनरी सहित अन्य तरह के वस्तुओं का क्रय किया गया, जिसमें नियमों को दरकिनार कर खरीदी की गयी, जो भ्रष्ट्राचार की ओर इंगित करता है। पत्र वायरल कर तत्कालीन बीईओ को बेदाग बताने की कोशिश की जा रही है ताकि उनकी छवि बरकरार रहे।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व बीईओ को हटा कर उनके मूल शाला में व्याख्याता पर पर भेज दिया गया। इसके पूर्व जब उन्हें हटाने का आदेश आया तब उन्होनें नये बीईओं को जल्द प्रभार ही नहीं दे रहे थे और करीब एक माह तक उन्हें घुमाते रहे, जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर उन्होनें नये बीईओं को प्रभार सौंपा आखिर क्या कारण है कि एक माह तक नये बीईओं को प्रभार देने में आनाकानी की जाती रही।
बाबूओं की वापसी की मांग
सोनहत के दूरस्थ क्षेत्र स्थित रामगढ उ मा विद्यालय के प्रचार्य ने बीईओ को पत्र लिखकर उनके विद्यालय के सहायक ग्रेड 2 और सहायक ग्रेड 3 का उनके स्कूल में वापस भेजा जाए, अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि दोनों बाबुओ की वापसी बहुत जरूरी है क्योंकि इन दिनों जाति निवास व छात्रवृति का कार्य जारी है, दोनों के नहीं रहने कार्य प्रभावित हो रहा है। वहीं दूरस्थ क्षेत्र के ग्राम गरनई के बीएलओ के अटैचमेट के बाद ग्रामीणों ने शिक्षक की वापसी की मांग की थी, परन्तु मामले मे एसडीएम सोनहत मौन है। बीएलओ के अटैचमेंट से चुनाव कार्य प्रभावित हो रहा है।