कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 24, नवम्बर। बुधवार को दिनदहाड़े घर पर फायरिंग करने वाले फरार 2 आरोपियों को पुलिस ने पिस्टल सहित गिरफ्तार कर लिया है।
आज कोरिया पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फोरेसिंक एक्सपर्ट आज नहीं आ पाए हैं, उनकी रिपोर्ट आना बाकी है, एक आरोपी सेना का रिटायर्ड जवान है, उसके पास एक लाईसेंसी पिस्टल है।
उन्होंने बताया कि सीमा अग्रवाल के पति जितेंद्र अग्रवाल को आरोपी ने रिटायरमेन्ट के बाद मिली रकम उधार दी थी, बीते 6 माह से आरोपी अपनी राशि की मांग कर रहा था, तैश में आकर आरोपी ने ये कदम उठाया है।
सीमा अग्रवाल पति जितेन्द्र अग्रवाल निवासी संजय नगर ओडग़ी नाका थाना बैकुण्ठपुर ने 23 नवम्बर को थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराई कि धीरेन्द्र प्रताप सिंह व आकाश गुप्ता उर्फ सनी दोनों बुलेट मोटर सायकल से उसके घर के पास आये। घर के सामने के शेड में लगे पाईप को तोड़ते हुये दरवाजे पर आ गये और पैसे की लेन-देन की बात को लेकर उसे गालियां देने लगे। मना करने पर दोनों ने जान से मारने की धमकी दी और धीरेन्द्र प्रताप सिंह भूतपूर्व सैनिक गुस्से में आकर अपने पास रखा पिस्टल निकाला और बगल के बंद कमरे के शटर की तरफ फायर किया। इसके बाद दोनों अपने मोटर सायकल से बैकुण्ठपुर की तरफ भाग गये।
फायर किये हुये शटर वाले कमरे को देखी तो शटर को गोली छेद करते हुये अंदर कमरे में जा गिरी थी, जहां उसका 5 वर्ष का बेटा अपने खिलौना के साथ खेल रहा था। फायर की हुई गोली उसके बेटे को भी लग सकती थी।
घटना के बाद पुलिस ने नाकेबंदी कर आरोपियों की तलाश करने पर आरोपी हर्रापारा में मिले। दोनों को घेराबंदी कर हिरासत में लिया गया।
दोनों आरोपियों से पूछताछ करने पर बताया कि धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने सीमा अग्रवाल के पति जितेन्द्र अग्रवाल को कर्ज में पैसा दिया था, जिसे मांगने पर वह नहीं दे रहा था। आज भी वह अपने साथी आकाश गुप्ता उर्फ सनी के साथ पैसा मांगने गया था। जितेन्द्र अग्रवाल के घर पर नहीं मिलने से आवेश में आकर अपने पास रखे पिस्टल से बंद शटर पर डराने के लिए फायर कर दिया।
अपराध में इस्तेमाल पिस्टल व बुलेट मोटर सायकल दोनों आरोपियों के कब्जे से जब्त कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायायिक रिमाण्ड में न्यायालय पेश किया गया।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 506, 323,447,308,34 भादवि व 25, 27 आम्र्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी।