बीजापुर
आश्रम 50 सीटर और बच्चे 25
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 नवंबर। बुधवार को कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने बीईओ बीआरसी मंडल संयोजक व प्राचार्यों की बैठक लेकर आश्रम छात्रावासों की व्यवस्था मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी व बच्चों की दर्ज संख्या को लेकर संबंधित अफसरों पर नाराजगी जाहिर करते हुए फटकार लगाई थी। लेकिन बुधवार को ही कलेक्टर की नाराजगी बेअसर होती हुई नजर आई। भैरमगढ़ के ट्राइबल आश्रम की एक और खामी फिर से सामने आ गई हैं। यहां 50 सीटर आश्रम में 25 बच्चे रखे गए हंै।
दरअसल भैरमगढ़ ब्लाक में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित बालक आश्रम भटवाड़ा में काफी कमी और खामी दिखने को मिली है। यहां जर्जर भवन में आश्रम संचालित किया जा रहा है। एक कमरे में जहां बच्चे सोते हैं तो वहीं एक कमरे में पहली से पांचवीं तक के बच्चों की क्लास लग रही है। इतना ही नहीं 50 सीटर के इस आश्रम में 25 बच्चे ही हैं, लेकिन आहरण 50 बच्चों का किया जा रहा है।
जिस कमरे में बच्चे सोते हैं, वहां के खिडक़ी दरवाजे टूटे हुए हंै। जिससे बच्चों को जीव जंतुओं से खतरा बना रहता हैं। वहीं दूसरी तरफ भवन के मरम्मत का काम पिछले 10 महीने से चल रहा है। जो अब तक पूरा नहीं हो पाया है।
दंतेवाड़ा के किसी ठेकेदार को इस मरम्मत कार्य का ठेका दिया गया है। पिछले कुछ समय से काम बंद है। आश्रम अधीक्षक बुधवार को संस्था में नहीं थे, वहीं मंडल संयोजक बहुत कम दौरे पर पहुंचते हैं।
सूत्रों के मुताबिक आश्रम अधीक्षक और मंडल संयोजक के सांठगांठ के चलते आश्रमों की व्यवस्था पर पलीता लग रहा है।
इस बारे में कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने कहा कि उन्हें मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि वे इसकी जांच करवाकर कार्यवाही करेंगे। वही सहायक आयुक्त केएस मशराम ने इस बारे में कहा कि वे खुद ही आश्रम का दौरा कर व्यवस्था देख कार्यवाही करेंगे।