बस्तर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 24 नवंबर। महारानी अस्पताल में काम करने वाली लैब अटेंडेंट ने अपने वरिष्ठ अधिकारी की प्रताडऩा से त्रस्त होकर गोली खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की, यही नहीं इस कदम को उठाने से पहले इस स्टाफ के द्वारा अपने फोन के स्टेटस में सभी का नाम भी लिखा है। घटना के बाद पुलिस की टीम अस्पताल में भर्ती कर्मी से मिलने के बाद उसका बयान दर्ज करते हुए जांच करने की बात कही है।
पीडि़त ने आरोप लगाते हुए बताया कि जिला अस्पताल महारानी हॉस्पिटल के एक डॉक्टर से प्रताडि़त होकर आत्महत्या की कोशिश की है, इसमें स्टाफ नर्स से लेकर एक अधिकारी भी शामिल है।
उसने बताया कि यह मामला बीते 6 महीनों से चलते आ रहा है, कई बार उच्च अधिकारियों से शिकायत भी कर चुकी हैं, बावजूद शिकायत का कोई भी परिणाम सामने नहीं आया। मानसिक रूप से प्रताडि़त होकर बुधवार को स्वास्थ्यकर्मी ने आत्महत्या करने की कोशिश की है, वहीं इस पूरे मामले को लेकर पुलिस पीडि़ता का बयान ले रही है, उसके साथ ही पुलिस की जांच भी जारी है।
पीडि़ता का कहना है कि लंबे समय से महारानी हॉस्पिटल के लैब में पदस्थ एक डॉक्टर कुछ महिला स्टाफ को बुरी तरीके से प्रताडि़त कर रहे थे, काम से निकलवाने की धमकी भी लगातार उनके द्वारा दी जा रही थी, इसके अलावा महिला स्टाफ की इज्जत उछालने की बात भी डॉक्टर के द्वारा की गई थी, जिससे प्रताडि़त होकर पीडि़त स्वास्थ्य कर्मियों ने महारानी हॉस्पिटल प्रभारी संजय प्रसाद को और बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार को भी इसकी शिकायत की थी लेकिन कोई भी परिणाम नहीं निकलने की वजह से पीडि़त स्टॉफ में से एक लैब कर्मी ने आत्महत्या करने की कोशिश की है।
हालांकि इस मामले में डॉ. संजय प्रसाद का कहना है कि पेरासिटामोल की गोली एक साथ 4 से 5 की संख्या में खाने की वजह से यह स्थिति हुई है, मामले की जांच करने के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा।