सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 24 नवंबर। श्री राणी सती के तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव का समापन महा मंगल पाठ एवं चूडिय़ों का अभिषेक के साथ संपन्न किया गया। वार्षिक उत्सव में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान जिसमें नगर शांति विश्वकल्याण एवं भक्तों के सुख समृद्धि की भावना से किया गया।
आज अपरान्ह 1 बजे से दादी की संगोष्ठी चरित्र वर्णन की कथा अजमेर के विश्व विख्यात व्यास जी श्री कुंवर तेजस राणा जो की दादी राणी सती के प्रधान सेवक थे के कुल से आते हैं के द्वारा बहुत ही आत्मीय भाव से कथा सुनाई गई , जिनका सांथ दे रहे थे कोलकाता के श्री कुँवर कृष्ण यदुवंशी जी , सभी भक्त मनमुग्ध हो दादी के चरित्र की कथा श्रवण कर रहे थे ।
माता राणी को जो दुर्गा का रूप है 51 फीट की चुनरी महिला मंडली की बहनों द्वारा भजनों के माध्यम से नृत्य करते हुए चढ़ाई गई।
वार्षिक उत्सव में श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई थी। भोजन प्रभारियों द्वारा विशेष रूप से पहल की गई की। उतना ही लो थाली में व्यर्थ ना जाए नाली में को चरितार्थ किया, किसी ने एक भी दाना जूठन नहीं छोड़ा। थाली रखने के उपरांत श्याम मित्र मंडली ने प्रोत्साहन के लिए झूठा नहीं छोडऩे वालों को ट्रॉफी दी गई ।
महिला मंडली की अध्यक्ष राजरानी अग्रवाल ने समापन के दौरान दिन रात मेहनत करने वाली महिला मंडली की बहनों का , नगरवासियों का , भिन्न-भिन्न प्रभार देख रहे प्रभारियों का , पुलिस विभाग, नगर निगम ,पत्रकार बंधुओं का एवं प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष जिन भी भक्तों ने सहयोग किया समय दिया, उन सभी का अभिवादन किया, बहुत-बहुत आभार व्यक्त किया एवं माता से उनके सुख शांति एवं समृद्धि के लिए कामना की।