दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 26 नवंबर। नगर पालिक निगम प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी ने कार्यपालन अभियंता प्रमोद दुबे, कार्यपालन अभियंता एसडी शर्मा,भवन अधिकारी प्रकाश चंद थवानी, स्वास्थ्य अधिकारी जावेद अली, उपअभियंता पंकज साहू और ठेकेदारों के साथ ठगड़ा बांध निर्माण व सुंदरीकरण कार्य का निरीक्षण कर जायजा लिया।
इस दौरान उन्होंने यहां चौपाटी का भी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। आयुक्त ने कहा कि फूड जोन में विविध तरह का ऑप्शन उपलब्ध होने से यहां सैर सपाटा के लिए आने वाले लोग आनंद भी उठा सकेंगे।
प्रशिक्षु आयुक्त आईएएस लक्ष्मण तिवारी ने अधिकारियों के साथ पहुंचकर ठगड़ा बांध में चल रहे निर्माण सौंदर्यकरण कार्य का जायजा लिया। प्रशिक्षु आयुक्त लक्ष्मण तिवारी ने कहा कि ठगड़ा बांध का लोकेशन बहुत शानदार है। इसके बगल में जैव विविधता पार्क है। सुबह और शाम का समय गुजारने के लिए यह बेहद आदर्श स्थल साबित होगा। यहां पहुंचने वाले लोगों के लिए यह सुकून का अनुभव हो और वह शाम बिताने बार-बार यहां आना चाहे इसके लिए लैंडस्कैपिंग बेहद खास रखें।
आयुक्त ने कहा कि किसी भी सरोवर का सबसे खास हिस्सा उसका आइलैंड होता है। अत: इसके लैंडस्कैपिंग पर विशेष रूप से ध्यान दें। इसके निर्माण में अन्य उद्यानों में जिस तरह से खूबसूरत प्रयोग किए गए हैं उनका भी ध्यान रखें। लाइटिंग की व्यवस्था शानदार हो ताकि शाम के वक्त लाइटिंग तथा शानदार लैंडस्कैपिंग से पूरा व्यू निखर जाए।
एप्रोच ब्रिज का किया जा रहा निर्माण, निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि लैंड स्कैपिंग के लिए विशेष रुप से ध्यान दिया जा रहा है । साथ ही ठगड़ा बांध के आईलैंड तक पहुंचने का अनुभव भी बहुत सुंदर होगा, इसके लिए जो ब्रिज बनाया जा रहा है वो एप्रोच ब्रिज आठ फीट चौड़ा है। इस एप्रोच ब्रिज का तल पारदर्शी होगा। पारदर्शी होने के चलते एप्रोच ब्रिज और आईलैंड की खूबसूरती और निखर जाएगी।
ब्रिज से पैदल गुजरने वाले लोगों को नीचे का सरोवर देख कर बहुत खुशी होगी। आयुक्त ने अधिकारियों को निर्देश की ठगड़ा बांध निर्माण कार्यो के लिए काम करने वालो की संख्या बढ़ाये, ताकि निर्माण कार्य जल्द पूरा हो सके।
ठगड़ा बांध में बन रहें आईलैंड के विकास कार्य में हो रहें देरी को लेकर प्रशिक्षु आयुक्त ने इंजीनियरों को कार्य की गति बढ़ाने के दिए हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में ‘हमर छत्तीसगढ़’ पर केन्द्रित प्रदर्शनी का समापन छत्तीसगढ़ की संस्कृति का उत्कृष्टतापूर्वक एक ही पण्डाल के नीचे प्रदर्शन गर्व का विषय है। यह प्रदर्शनी प्राध्यापकों, छात्र-छात्राओं, शोधकर्ताओं तथा प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर सिद्ध होगी।
यह उद्गार छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई के कुलपति प्रोफेसर एम. के. वर्मा ने व्यक्त किए। डॉ. वर्मा हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय द्वारा हमर छत्तीसगढ़ विषय पर आयोजित प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
विश्वविद्यालय से जुड़े 25 महाविद्यालयों के स्टॉल के निरीक्षण के पश्चात् लगभग 1000 लोगों की उपस्थिति में प्रोफेसर वर्मा ने कहा कि हमें छत्तीसगढ़ी संस्कृति एवं परंपराओं पर गर्व करना चाहिए।
समापन समारोह का आरंभ छत्तीसगढ़ के राज्यगीत अरपा पैरी के धार तथा विश्वविद्यालय के कुलगीत की प्रस्तुति के साथ प्रारंभ हुए समापन समारोह में विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने दो दिवसीय प्रदर्शनी का सम्पूर्ण विवरण प्रस्तुत किया।
प्रदर्शनी के दौरान ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ विषय पर शासकीय विश्वनाथ यादव ताम्रस्कर स्नातकोत्तर स्वसासी महाविद्यालय दुर्ग की डॉ. सपना शर्मा का आमंत्रित व्याख्यान भी आयोजित किया गया।
संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित इस आमंत्रित व्याख्यान की सभी ने सराहना की। समापन समारोह में अपने उद्बोधन में कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप ने प्रदर्शनी की सफलता का श्रेय समस्त महाविद्यालय के प्रतिभागियों को दिया।
कुलदीप ने भविष्य में भी महाविद्यालयों से इसी प्रकार के सहयोग की अपेक्षा की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि महाविद्यालयों द्वारा प्रदर्शित हर स्टॉल प्रशसनीय है।
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय भविष्य में भी इस प्रकार की रचनात्मक गतिविधियां आयोजित करेगा। विश्वविद्यालय द्वारा आहार एवं पोषण विषय पर आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम. के. वर्मा ने पुरस्कृत भी किया।
हमर छत्तीसगढ़ विषय पर केन्द्रित प्रदर्शनी के प्रतिभागी महाविद्यालयों को गुणवत्ता के आधार पर अतिथियों ने पुरस्कृत किया। मुख्य अतिथि श्री वर्मा ने प्रत्येक महाविद्यालय के स्टॉल का भ्रमण कर वहां उपस्थित प्रतिभागियों से प्रष्न पूछ कर उनका उत्साह वर्धन किया।
प्रदर्शनी के दौरान भारत के संविधान पर आधारित सामान्य ज्ञान स्पर्धा भी आयोजित हुई, जिसका सभी प्रतिभागियों ने आनंद लिया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने किया।