रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 नवंबर। गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन छत्तीसगढ़ ने छात्र छात्राओं की समस्याओं को लेकर शनिवार को राजधानी में धरने के बाद शिक्षा मंत्री के निवास घेराव के लिए निकले। इस दौरान पुलिस ने सप्रे शाला के पास बैरिकेड लगाकर रोका।इस दौरान दोनों पक्षों में जबरदस्त खींचतान मची। प्रदेश अध्यक्ष संतोष वी ने कहा कि विगत कई वर्षों से समस्याओं को लेकर गोंडवाना स्टूडेंट्स यूनियन छत्तीसगढ़ इंडिया द्वारा मांग पत्र दिया गया मगर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई।
इनमें विगत कई वर्षों से इस राज्य के छात्र छात्राओं की छात्रवृत्ति का भुगतान नही किया गया है। जिससे शिक्षा अध्ययन में बाधा उत्पन्न हो रहा है। आपके विभाग का यह कृत्य घोर लापरवाही व शिक्षा विरोधी प्रतीत होता है। अत: छात्रवृत्ति अतिशिघ्र प्रदान करें। 02. हमने विद्यालयों की निरीक्षण में पाया की विभाग के द्वारा जरूरी सुविधा नहीं दी जा रही है व प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, हाई से हायर सेकेण्डरी में विषय शिक्षकों की कमी है अत: नयी भर्ती किया जायें। छात्रावासों में गौर आदिवासी वर्ग के अधिक्षक व अधिक्षीका होने के कारण आये दिन शोषण व प्रताडऩा की घटना हो रहा है। वर्तमान में बिलासपुर छात्रावासों की घटना सामने आया है अत: आदिवासी छात्रावासों में आदिवासी वर्ग के ही अधिक्षक/अधिक्षीका का नियुक्ति करें। कई अधिक्षक / अधिक्षीका बच्चों को डरा धमकाकर अपने पक्ष में समर्थन लिखवाकर अपने ट्रांसफर रूकवा रहे है। इस पर उचित कार्यवाही करें। छात्रावास में रहने हेतु 25 वर्ष की आयु सीमा व प्रथम 5 वर्ष यूजी से पीजी तक रह पाने की समय बाध्यता खतम किया जावें, जिससे उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कीसी प्रकार की समस्या न हों। 105. पोस्ट मैट्रिक छात्रावासों में भोजन सहाय की राशि 3000 प्रतिमाह किया जायें। 06.32 प्रतिशत आदिवासी अरक्षण को याथावत रखते हुये 9वी अनुसूची में शामिल हेतु प्रस्ताव पारित करें।