बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 27 नवंबर। कृषि विज्ञान केन्द्र, में छग राज्य अक्षय ऊर्जा विकास विभाग द्वारा ऊर्जा एवं जल संरक्षण की जागरूकता के लिए किसानों एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।मुख्य अतिथि डॉ. टीडी साहू, प्रभारी अधिष्ठाता थे। कृषि विज्ञान केन्द्र, प्रभारी तोषण कुमार ठाकुर ने कहा कि प्रकृति हम सभी मनुष्यों की आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकती है लेकिन हम सबके लालच की पूर्ति नहीं कर सकती इसलिए प्रकृति के सभी संसाधनों का संतुलित उपयोग से ऊर्जा एवं जल संरक्षण आज के समय में अत्यंत आवश्यक मांग है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. टी.डी. साहू ने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए हमारे जीवन में ऊर्जा एवं जल की उपयोगिता एवं महत्व के बारे में प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में डॉ. गंगाधर भगत, सहायक प्राध्यापक, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, कांकेर ने भूमिगत सिंचाई, जल संवर्धन एवं ऊर्जा बचत उपाय विषय पर, डॉ. सुरेन्द्र चंदनिया, सहायक प्राध्यापक, बी.आर.एम.एम. कृषि अभियांत्रिकी तकनीकी एवं अनुसंधान केन्द्र, मुंगेली ने ऊर्जा एवं जल के क्षेत्र में एकीकृत कृषि प्रणाली का महत्व विषय पर, सहायक प्राध्यापक, डॉ. उमेश ध्रुव ने संसाधनों का कुशल उपयोग हेतु सर्वोत्तम कृषि पद्धति विषय पर, डॉ. जितेन्द्र कुमार जोषी, वैज्ञानिक, ने कृषि क्षेत्र में ऊर्जा एवं जल संरक्षण की वर्तमान स्थिति एवं भविष्य की संभावनाए विषय पर, डॉ. प्रज्ञा पांडे, वैज्ञानिक, ने फसल बचत का ऊर्जा संरक्षण में योगदान विषय पर, दिनेश सिन्हा, संस्थापक सोलक्सी इको पॉवर, भिलाई ने सोलर पावर सिस्टम एवं सोलर सिचाई पंप के फायदे विषय पर तथा डी.एस. सीदार ने कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में जानकारी दिया। खेमराज वर्मा ने भी संबोधित किया।