महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 नवंबर। जिला स्तरीय तीन दिवसीय यूथ रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर महासमुंद में 27 से 29 नवंबर मंगल भवन, संजय कानन के पास अशोक गिरी गोस्वामी जिला संगठक इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। आज शिविर का समापन हुआ।
प्रथम दिवस 27 नवंबर को पंजीयन पश्चात कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि धरमचंद श्रीश्रीमाल, उपाध्यक्ष रेडक्रॉस सोसायटी महासमुंद थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. विश्वनाथ पाणीग्राही वरिष्ठ सदस्य रेडक्रॉस सोसायटी महासमुंद ने की। विशेष अतिथि के रीप में दाऊलाल चंद्राकर उप सभापति रेडक्रॉस सोसायटी, मनीष शर्मा पार्षद, अरसी अनवर वरिष्ठ सदस्य रेडक्रॉस सोसायटी महासमुंद, डा. यशवंत चंद्राकर राष्ट्रीय प्रशिक्षक उपस्थित थे।
प्रथम सत्र में रेडक्रॉस ध्वजारोहण एवं ध्वज गीत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। अतिथियों का रेडक्रॉस स्कॉर्प से स्वागत किया गया । कार्यक्रम में स्वागत भाषण अशोक गिरी गोस्वामी ने दिया। शिविर दिनचर्या के बारे में प्रशिक्षण में सम्मिलित यूथ वॉरियर्स, प्रभारी काउंसलर को अवगत कराया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित धरमचंद श्री श्रीमाल ने कहा कि रेडक्रॉस ने किस प्रकार उचाइयों को प्राप्त किया है। रेडक्रॉस की स्थापना कैसे हुईस इलकी जानकारी भी उन्होंने दी। डा. विश्वनाथ पाणीग्राही ने रेडक्रॉस की स्थापना के कारण और किस कमियों को दूर करने के लिए इसकी स्थापना की गई, इससे अवगत कराया।
दाऊलाल चंद्राकर ने कोरोनाकाल में रेडक्रॉस वॉलेंटीयर द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए मास्क, सेनेटाइजर वितरण किए कार्यों को बताया गया। मनीष शर्मा ने यूथ को ऊर्जा की परिभाषा देते हुए सभी यूथ को देश के प्रगति में आगे रहने कहा गया। डा. यशवंत चंद्राकर ने राष्ट्रीय प्रशिक्षण में किस प्रकार से प्रशिक्षण दिया जाता है उसे संक्षित्प में सभी को अवगत कराया।
इस कार्यक्रम में महासमुंद जिले के महासमुंद, बागबाहरा, पिथौरा एवं बसना से 8 महाविद्यालय के यूथ रेडक्रॉस प्रभारी 10 एवं 38 छात्र, 46 छात्रा सहित 84 विद्यार्थी और 5 कार्यालयीन कर्मचारी तेजलाल देवांगन सहित सम्मिलित हुए है।
इस अवसर पर डॉ. यशवंत चंद्राकर ने बताया कि स्वास्थ्य संबंधित दुर्घटना होने पर प्राथमिक सहायता किस प्रकार करना है। सभी शिवरार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में पी एल पटेल,दिनेश साहू, जगदीश सत्यम, तरुण ध्रुव के अलावा 10 काउंसलर उपस्थित थे। हितेंद्र कुमार शर्मा ने अंत में सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन शिविर दलनायक प्रकाशमणि ने किया।