महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 30 नवंबर। कल स्थानीय पिंचा धर्मशाला में मितानीन दिवस के उपलक्ष्य में महिला सशक्तिकरण हेतु सहकारिता सम्मेलन का आयेाजन जिला सहकारी संघ मर्या. महासमुंद के तत्वावधान में किया गया।
इसमें महासमुंद जिले के लगभग 90 मितानीन उपस्थित हुईं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द्ववारिकानाथ उप पंजीयक सहकारी संस्थाएंं महासमुंद थे। अध्यक्षता गुरूवंश सिंग चावला अध्यक्ष जिला सहकारी संघ मर्या. महासमुंद ने की। विशेष अतिथि के रूप में एम.टी. रानी शर्मा, चमेली निर्मलकर, छात्राणी ध्रुव, समाज सेवी प्रताप चंद मोहन्ती, संस्था के प्रबंधक जी.एल. कौशिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत जिला प्रचार प्रसार अधिकारी एस.आर.बंजारे ने की। उन्होंने कहा कि सहकारिता का उद्देश्य महिलाओं के विकास के लिए सहकारी समितियां दुग्ध, मत्स्य पालन, वनोपज, समितियां प्राथमिक कृषि साख समितियां, श्रमिक सहकारी समितियां, खनिज एवं वृहत्ताकार सहकारी समितियां, उपभोक्ता सहकारी समितियां, बचत सहकारी समितियां, महिला नागरिक बैंक, जिला सहकारी केंन्द्रीय बैंक, आदि अनेक समितियों का पंजीयन कराना है।
उन्होंने सहकारिता के लाभ एवं हानि की जानकारी उपस्थित मितानीनों को विस्तार पूर्वक दी। मितानीनों को उनकी भूमिका के बारे में बताया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द्ववारिकानाथ उप पंजीयक सहकारी संस्थाएंं महासमुंद ने बताया कि सहकारी संस्थाओं की कार्य पध्दति क्या है। उन्होनें बताया कि अमूल, कृभको, दुग्ध सहकारी संघ देवभोग ये सभी सहकारितां क्षेत्र की समितियां हंै, जो देश और प्रदेश में जनहित का काम करती है।
उन्होंने मितानीनों से कहा की उन्हें यदि किसी समितियों का गठन/पंजीयन की आवश्यकता हो तो उप पंजीयक कार्यालय इसे पूर्ण रूप से सहयोग करेगा। समाज सेवी प्रतापचंद मोहन्ती ने भी उपस्थित जन समूह को सबोधित किया। उक्त कार्यक्रम मे 90 मितानीनों का शॉल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। अभार प्रदर्शन जी.एल.कौशिक प्रबंधक ने किया।