रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 नवम्बर। मंत्रालय में फूड इंस्पेक्टर और मंडी इंस्पेक्टर की सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर 8 लाख 15 हजार रूपये लेकर ठगी करने वाले 3 में से दो ठग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें एक आरोपियों में मंत्रालय में पदस्थ एक सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी भी शामिल है।राजनांदगांव निवासी सुधीर कुमार कोमार्य को रायपुर टैगोर नगर स्थित विधायक विश्राम गृह में बुलाकर ठगी की । कोतवाली पुलिस ने शातिर ठग अशुल सोनी,अशोक सोनी और राजकुमार पटेल में से दो गिरफ्तार किए गए। मामले को धारा 420,34 के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक इनमें अशोक सोनी, मंत्रालय के आदिम जाति कल्याण विभाग में सहायक ग्रेड तीन के पद पर कार्यरत है। वह हाल ही में चपरासी से ग्रेड-3 प्रमोट हुआ था। उसने अपने भाई अंशुल सोनी और एक परिचित व्यक्ति राजकुमार पटेल के साथ मिलकर यह ठगी की। इन लोगों ने सुधीर कौमार्य के साथ नौकरी लगाने का लिखित अनुबंध किया था कि नौकरी न लगवाने की स्थिति में रकम लौटा देगा। किंतु रकम वापसी में आनाकानी कर रहे थे। इसके बाद ही सुधीर ने रिपोर्ट दर्ज कराई। इन लोगों ने 17 लाख रूपए का एग्रीमेंट किया था और 4 फरवरी से 21 मार्च-22 के बीच एडवांस में 8 .15 लाख रुपए ले लिए थे। इनमें से दो पकड़े जा चुके हैं और तीसरे अंशुल की पतासाजी की जा रही है। पुलिस के मुताबिक अंशुल ने अपने आप को खाद्यमंत्री के यहां और भाई अशोक सोनी को मंत्रालय में कार्यरत होना बताया। यह भी कहा कि आप लोगों की चयन सूची मंत्रालय से ही जारी होती है। इनके झांसे में आकर सुधीर ने एकमुश्त के बजाय दो किश्तों में 7 फरवरी को 5 लाख और 21 मार्च को 3 लाख 15 हजार रूपए अशोक सोनी को दिया। इस गिरफ्तारी के बाद अशोक सोनी पर बर्खास्तगी का खतरा बढ़ गया है।