रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 नवंबर। आदिवासी आरक्षण के मुद्दे पर विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र कल से होगा। पहले दिन दिवंगत उपाध्यक्ष मनोज मंडावी को श्रद्धांजलि देने के बाद कार्रवाई स्थगित कर दी जाएगी। दूसरे दिन शुक्रवार को सीएम बघेल इस साल के दूसरे अनुपूरक बजट पेश करेंगे। साथ ही शैक्षणिक संस्थाओं और लोकसेवाओं में 32 प्रतिशत आदिवासी आरक्षण को लेकर दो विधेयक पेश किए जाएंगे। राज्यपाल ने पहले ही इस पर सहमति दे दी थी। यह सत्र राज्यपाल अनुसुइया उइके की पहल पर ही बुलाया गया है। उइके ने कहा है कि विधेयक पारित होते ही तुरंत हस्ताक्षर कर अपनी मंजूरी देंगी। दूसरी ओर भाजपा ने इस पर कहा है कि इस विधेयक का कोई भविष्य नहीं है। वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आज भानुप्रतापपुर में कहा कि सरकार केवल उपचुनाव को देखते हुए यह विधेयक ला रही है। इस मुद्दे पर भाजपा विधायक दल की कल विधानसभा स्थित नेता प्रतिपक्ष के कक्ष में बैठक होगी। उसमें नई रणनीति बनेगी। यह सत्र नारायण चंदेल के लिए बतौर नेता प्रतिपक्ष पहला सत्र होगा। संकेत है कि गुरूवार रात सीएम हाऊस में कांग्रेस विधायकों की बैठक हो सकती है।