महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 दिसंबर। छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण क्रेडा एवं ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिसिएंसी, बीईई भारत सरकार द्वारा किसानों में ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र भलेसर में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कल बुधवार 30 नवम्बर को किया गया। जिसमें जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस. आलोक ने छत्तीसगढ़ महतारी के तैल चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में ऊर्जा एवं जल संरक्षण पर आधारित था। इस जागरूकता कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र महासमुंद के वरिष्ठ वैज्ञानिक एस के वर्मा ने कृषकों को कृषि क्षेत्र में जल के सदुपयोग, ऊर्जा और जल संरक्षण की वर्तमान स्थिति के अलावा भविष्य की संभावनाएं, संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए सर्वोत्तम कृषि अध्ययन अधिकतम उत्पादन प्राप्त करने के लिए जल संरक्षण और पानी का कुशल उपयोग के संबंध में जानकारी दी।
इस दौरान अन्य वक्ताओं ने प्रमाणित फाइव स्टार रेटेड पंपों के चयन, स्थापना,पंपों के कुशल संचालन, मरम्मत और रख.रखाव सहित प्रमाणित स्टार रेटेड पम्प के लाभ एवं कृषि कार्यों में बिजली की बचत विषयों पर कृषकों को प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र महासमुंद के डीन डॉ.अनुराग तोमर, क्षेत्रीय कार्यालय क्रेडा रायपुर के कार्यपालन अभियंता क्रेडा रायपुर जे.एन. बैगा, प्रभारी उप संचालक कृषि अमित कुमार मोहंती, कृषि वैज्ञानिक रविश केसरी, सहायक प्राध्यापक पीसी चौरसिया, विद्युत विभाग के सहायक अभियंता एसके लाझी, क्रेडा विभाग के जिला प्रभारी एनके गायकवाड़, जितेन्द्र कुमार निर्मलकर, राहुल मानिकपुरी सहित कृषक उपस्थित थे।