रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 दिसंबर। छत्तीसगढ़ में आज गुरुवार से स्वास्थ्य विभाग के दो बड़े अभियानों की शुरूआत हो रही है। राज्य के चार मलेरिया संवेदी जिलों बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर और सुकमा में 1 दिसम्बर से 21 दिसम्बर तक मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का सातवां चरण संचालित किया जाएगा। वहीं प्रदेश के शेष जिलों में इसी अवधि में सघन टीबी एवं कुष्ठ खोज अभियान चलाया जाएगा।
सघन टीबी एवं कुष्ठ खोज अभियान के तहत 1 दिसम्बर से स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर टीबी और कुष्ठ के संभावित मरीजों की पहचान करेगी। अभियान के अंतर्गत संभावित मरीजों की जांचकर पॉजिटिव पाए गए लोगों को इलाज भी उपलब्ध कराया जाएगा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने अभियान के प्रभावी संचालन के लिए सभी जिलों के कलेक्टर को परिपत्र जारी कर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए हैं।
दो चरणों में संचालित होने वाले इस अभियान के पहले चरण में 1 दिसम्बर से 21 दिसम्बर तक नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर और दंतेवाडा जिले को छोडक़र राज्य के अन्य सभी जिलों में टीबी और कुष्ठ के संभावित मरीजों की खोज की जाएगी। नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में 4 जनवरी 2023 से 25 जनवरी 2023 तक यह अभियान चलेगा। सघन टीबी एवं कुष्ठ खोज अभियान के दूसरे चरण में 2 जनवरी 2023 से 17 जनवरी 2023 तक सभी निजी चिकित्सालयों, नर्सिंग होम्स, प्राइवेट प्रैक्टिशनरों और केमिस्टों द्वारा चिन्हांकित टी.बी. व कुष्ठ के संदेहास्पद मरीजों की दैनिक सूची प्राप्त कर टी.बी. व कुष्ठ के पोर्टल में इन्द्राज किया जायेगा।