रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 दिसंबर। शास्त्रीय संगीत के कलाकारों की नायाब प्रस्तुतियों का इसी माह 14 और 15 तारीख को रायपुर के गाँधी चौक स्थित रंगमंदिर सभागार में सायं 6:30 बजे से आनन्द लिया जा सकेगा। नई पीढ़ी के कलाकारों का प्रदर्शन इसका प्रमुख आकर्षण बनेगा। इस महफिल में देश-विदेश में अपनी कला का प्रर्दशन कर प्रशंसित हो चुके इन कलाकारों को छत्तीसगढ़ में पहली बार सुना जाएगा।
संगीत समारोह का आयोजन कर रही भातखंडे ललित कला शिक्षा समिति के अध्यक्ष - तरल मोदी , उपाध्यक्ष - अजय तिवारी और सचिव - शोभा खंडेलवाल ने एक संयुक्त विज्ञप्ति में इस बात की जानकारी देते बताया कि समिति के संस्थापक डॉ अरुण कुमार सेन की स्मृति में इस वर्ष भी दो दिवसीय समारोह संपन्न होगा। इसमें 14 तारीख को पुणे की शास्त्रीय गायिका मंजूषा पाटिल का गायन रखा गया है। इसी दिन बनारस से आ रही है स्लाइड गिटार वादक कमला शंकर का गिटार पर शास्त्रीय वादन होगा। दोनों कलाकारों के साथ संगत पर होंगे क्रमश: तबले पर प्रशांत पांडव - पुणे , पण्डित विनोद लेले - दिल्ली और हारमोनियम के लिए - आनंद जोशी , पुणे।
डॉ. अरुण कुमार सेन जयंती समारोह के दूसरे दिन यानी 15 तारीख को संध्या 6:30 बजे भिलाई के विख्यात नृत्यगुरु श्री जी. रतीश बाबू अपने दल के साथ भरतनाट्यम की प्रस्तुति करेंगे। इसके उपरांत रायगढ़ घराने की कला-परंपरा को आगे बढ़ा रहीं कथक गुरु डॉक्टर आरती सिंह रायगढ़ की कुछ पारंपरिक बंदिशों पर आधारित नृत्य संरचनाएं अपने विद्यार्थियों के ज़रिए पेश करेंगी। समापन होगा डेविड निराला के लोकरंग की प्रस्तुतियों से । समिति ने संगीत रसिकों से उपस्थिति का आग्रह किया है।