सरगुजा
120 एटीएम कार्ड, कार, 4 मोबाइल व नगदी बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 6 दिसंबर। स्टेट बैंक एटीएम को निशाना बनाकर टेंपरिंग कर बैंक क्लेम कर धोखाधड़ी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन शातिर आरोपियों को सरगुजा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
आरोपियों द्वारा सरगुजा जिले के विभिन्न एटीम से बैंक क्लेम कर कुल 2,10,000 आहरण करना स्वीकार किया गया है। आरोपियों से अलग-अलग बैंकों के अलग-अलग नाम के 120 एटीएम कार्ड, 1 कार, 4 मोबाइल, एवं 1,20,000 रुपए नगद बरामद किया गया है।
सरगुजा एसपी भावना गुप्ता ने बताया कि स्टेट बैंक के कैश ऑफिसर अंबिकापुर गौतम दास द्वारा 28 नवंबर को बैंक के एटीम मशीन की शटर टेम्परिंग कर धोखाधड़ी कर 21 ट्रांजेक्शन एवं 4 दिसंबर को 25 ट्रांजेक्शन कर लगभग 2,10,000 नगदी अनाधित आहरण कर बैंक क्लेम करने के सम्बन्ध में लिखित आवेदन दर्ज कराया गया था। जिस पर थाना कोतवाली अम्बिकापुर में सदर धारा 420, 120 बी भादवि का अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक स्मृति राजनाला अनुविभागिय अधिकारी पुलिस (ग्रामीण) अखिलेश कौशिक के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली उपनिरीक्षक रुपेश नारंग एवं पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के धरपकड़ हेतु जिले के सभी निकासी स्थल की नाकेबंदी कर सभी संभावित स्थल पर छापेमारी की गई।
जांच के दौरान बस स्टैंड एवं आस पास के होटल लॉज चेक करने पर बस स्टैंड स्थित होटल में 3 संदिग्धों कालपी थाना कालपी जिला जालौन उत्तर प्रदेश निवासी कपिल विश्वकर्मा (25) , नीरज निषाद (20 वर्ष), अजय कुमार निषाद (19) के मिलने पर उनके आने और रुकने का कारण पुलिस टीम द्वारा पूछताछ किया गया। आरोपियों द्वारा गोलमोल जवाब दिए जाने पर आरोपियों की तलाशी ली गई। आरोपियों के कब्जे से 120 एटीएम कार्ड, 4 नग मोबाइल, एवं 1,20,000 रू नगद बरामद किया गया।
आरोपियों से उक्त एटीएम कार्ड एवं जब्त सामान के सम्बन्ध में कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा जालौन उत्तरप्रदेश से सतना और सतना से अम्बिकापुर 27 नवंबर को कार से आना बताये एवं बस स्टैंड के पास स्थित होटल में रूककर अगले दिन 28 नवंबर को स्टेट बैंक के विभिन्न एटीम से 21 ट्रांजेक्शन एवं 4 दिसंबर को 25 ट्रांजेक्शन कर लगभग 2,10,000 रूपये एटीएम शटर टेम्परिंग कर धोखाधड़ी करना बताया गया।
मौके पर आरोपियों के पास से नगद 1,20,000 से बरामद किया गया है। आरोपियों द्वारा एटीम मशीन की शटर टेम्परिंग कर धोखाधड़ी करना स्वीकार किया गया। आरोपियों के विरुद्ध अपराध सबूत पाए जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।