राजनांदगांव
पखवाड़ेभर से निगम कर्मियों के मोबाइल बंद पड़े
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 7 दिसंबर। नगर निगम के मैदानी एवं कार्यालयीन कर्मचारियों के मोबाइल रिचार्ज कराने के लिए निगम के खजाने में पैसे नहीं है। प्रशासनिक कसावट लाने के लिए निगम द्वारा सफाई, कार्यालयीन और अन्य कर्मचारियों को मोबाइल दिया गया। बताया जा रहा है कि पखवाड़ेभर से रिचार्ज नहीं होने के कारण मोबाइल बंद पड़े हैं। जिसका असर प्रशासनिक एवं सफाई कामकाज में सीधा असर पड़ रहा है। मोबाइल बंद होने से सफाई एवं अन्य प्रशासनिक कार्य संबंधी मामलों में कर्मचारियों से सीधे संपर्क नहीं हो पा रहा है।
राजनांदगांव शहर की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में कर्मचारियों के मोबाइल बंद होने से साफ-सफाई की भारी शिकायतें सामने आ रही है। आम लोगों के लिए निगम द्वारा सुगम व्यवस्था बनाने के उद्देश्य से कर्मचारियों को मोबाइल उपलब्ध कराया गया। शहर के 51 वार्डों के सफाई अमले का मोबाइल नंबर सार्वजनिक रूप से बांटे गए। पिछले 15 दिनों से मोबाइल बंद होने के कारण लोगों को पेयजल, सफाई से संबंधित समस्या के निपटारे के लिए परेशान होना पड़ रहा है। विशेषकर शहर के अंदरूनी एवं व्यापारिक वार्डों में तैनात कर्मचारियों से लोग संपर्क नहीं साध पा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि निगम का खजाना लगभग खाली हो गया है। कर्मचारियों को निगम वेतन देने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में अतिरिक्त भार झेल रहा निगम मोबाइल रिचार्ज कराने समय को टाल रहा है। एक जानकारी के मुताबिक नगर निगम कार्यालय से लेकर स्वास्थ्य अधिकारी, सफाई दरोगा समेत लगभग 200 से ज्यादा मोबाइल निगम ने कर्मचारियों के हाथों सौंपा है, लेकिन रिचार्ज कराने के मामले में आए दिन हो रही लेटलतीफी से लोगों को भी दिक्कतें हो रही है।
इस संबंध में 'छत्तीसगढ़' से चर्चा करते नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि जल्द ही मोबाइल रिचार्ज के बाद शुरू हो जाएंगे। कुछ समस्या के चलते रिचार्ज में देरी हुई है। संबंधित अफसर को मोबाइल रिचार्ज करने निर्देशित किया गया है।
इस बीच नियमित तौर पर मोबाइल रिचार्ज नहीं किए जाने से वार्डवासियों का कर्मचारियों पर दबाव बढ़ जाता है। जिससे वाद-विवाद की स्थिति बन जाती है। बहरहाल निगम कर्मियों के लिए उपलब्ध कराए गए मोबाइलों में तय समय पर रिचार्ज नहीं किए जाने की समस्या से मैदानी अमले को कई व्यवहारिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।