राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 दिसंबर। सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय राजनांदगांव में कार्यक्रम आयोजित हुआ। कलेक्टर डोमन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में जिले के गणमान्य नागरिक एवं भूतपूर्व सैनिक तथा उनके आश्रित उपस्थित हुए।
मुख्य अतिथि कलेक्टर डोमन सिंह ने भारत माता की फोटो पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया। इस अवसर पर शहीदों की स्मृति में 2 मिनट का मौन रखा गया। कलेक्टर सिंह ने कहा कि वीर सैनिकों ने देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा एवं संप्रभुता के लिए त्याग एवं बलिदान दिया है, वह अविस्मरणीय है। प्राकृतिक आपदाओं के समय अपनी जान जोखिम में डालकर सैनिक नागरिकों की सुरक्षा एवं सहायता करते हैं। उन्होंने सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने के उदेश्य के बारे में जानकारी दी। साथ ही भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों को सशस्त्र सेना झंडा दिवस की बधाई दी।
इस अवसर पर कल्याण संयोजक अविनाशचंद्र पंत सशस्त्र सेना झंडा दिवस कार्यक्रम में उपस्थित हुए। सचिव ग्रुप कैप्टन ब्रिजेश कुमार शर्मा सेवानिवृत्त ने बताया कि हमारे बहादुर और शहीद सैनिकों को सम्मान देना तथा सेवारत सैनिकों के साथ समस्त राष्ट्र की एकजुटता को दर्शाने यह दिन मनाया जाता है। यह दिवस युद्ध में घायल एवं विकलांग तथा शहीदों के परिवारों के पुर्नवास की सहायता के लिए मनाते हंै। जिसमेें झंडे भेंटकर शहीदों के परिवार के कल्याण के लिए सहायता राशि एकत्रित की जाती है और संपूर्ण सहायता राशि को केन्द्रीय सहायता कोष में जमा की जाती है। दान की गई राशि 100 प्रतिशत कर मुक्त होती है। इस अवसर पर उन्होंने देश के सुप्रसिद्ध कवि माखनलाल चतुर्वेदी के पुष्प की अभिलाषा की पंक्तियोंं मुझे तोड़ लेना हे बनमाली, उस पथ पर देना तुम फेंक, मातृ-भूमि पर शीश-चढ़ाने, जिस पथ जाएं वीर अनेक.. का वाचन किया।
मुख्य अतिथि ने द्वितीय विश्व युद्ध के पेंशनर, भूतपूर्व सैनिकों, सैनिक विधवाओं, आश्रितों को 6 हजार रूपए आर्थिक सहायता का चेक, 7 हजार रुपए चिकित्सा अनुदान एवं दो नागरिकों को 5 हजार रुपए जंगी ईनाम सम्मान निधि, पुरस्कार का चेक प्रदान किया। कार्यक्रम में भूतपूर्व सैनिक तथा सैनिक विधवाओं को जिला सैनिक कल्याण के कर्मचारी एवं एनसीसी कैडेट द्वारा पिन व फ्लेग वितरण किया गया और सभी ने स्वेच्छा से राशि का अंशदान किया।