कवर्धा

गुरू घासीदास ने मानव समाज को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया-अकबर
21-Dec-2022 6:11 PM
गुरू घासीदास ने मानव समाज को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया-अकबर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 21 दिसंबर। 
कैबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक श्री अकबर ने कहा कि संत गुरू घासीदास बाबा ने मानव समाज को मानवता का संदेश देने के साथ ही एक सूत्र में बांधने का कार्य किया है। संत बाबा गुरु घासीदास ने समूचे जगत के कल्याण का रास्ता दिखाया है। उनका सन्देश मनखे-मनखे एक समान आपसी भाई चारा और सबको एक सूत्र में बांधकर रखने का संदेश देता है। 

उन्होंने कहा कि बाबा जी की अमृत वाणी को हम सभी अपने जीवन मे उतार कर जीवन को चरितार्थ कर सकते है। प्रदेश के वन, परिवहन आवास एवं पर्यावरण मंत्री तथा कवर्धा विधायक मोहम्मद अकबर अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान ग्राम खरिया, नेवारीगुड़ा, लखनपुर और ग्राम नेवारी में आयोजित संत बाबा गुरूघासीदास जयंती समारोह में संबोधित कर रहें है। संत बाबा गुरूघासीदास जयंती समारोह में मंत्री श्री अकबर की उपस्थिति में समाजिक गुरुओं तथा पुजारियों द्वारा संत गुरु घासीदास के छाया चित्र पर फूल माला अर्पण कर पूजा अर्चना की। मंत्री श्री अकबर ने पूजा-अर्चना के बाद प्रसाद ग्रहण किया। 

मंत्री श्री अकबर ने संत बाबा गुरूघासीदास जयंती समारोह में ग्राम खरिया, नेवारीगुड़ा, लखनपुर और ग्राम नेवारी में सतनाम भवन के लिए 21 लाख 30 हजार रूपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही 15 अलग अलग ग्राम से आए पंथी नृत्य दल को 3 लाख 75 हजार रूपए देने की घोषणा की।

इसके अंतर्गत ग्राम खरिया में सतनाम भवन बनाने के लिए 5 लाख, 9 अलग अलग ग्राम से आए पंथी नृत्य दल को 25-25 हजार, ग्राम नेवारी गुड़ा में सतनाम भवन बनाने के लिए 5 लाख रुपए, 2 अलग अलग ग्राम से आए पंथी नृत्य दल को 25-25 हजार रुपए, ग्राम लखनपुर में सतनाम भवन बनाने के लिए 5 लाख रुपए, 2 अलग अलग ग्राम से आए पंथी नृत्य दल को 25-25 हजार रुपए, ग्राम नेवारी में सतनाम भवन बनाने के लिए 6 लाख 30 हजार रुपए साथ ही 2 अलग अलग ग्राम से आए पंथी नृत्य दल को 25-25 हजार रुपए शामिल है।

कैबिनेट मंत्री ने बाबा गुरू घासीदास जयंती की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जैतखाम सतनामी समाज के सम्मान का प्रतीक है। छत्तीसगढ़ में बड़ी पैमाने में संत गुरू घासीदास बाबा के अनुयायी, समर्थक और उनके समाज को मानने वाले है। उन्होंने कहा कि बाबा गुरू घासीदास जी ने दुनिया को सामाजिक समरसता का संदेश दिया है। संत गुरू घासीदास बाबा की जन्मस्थली गिरौधपुरी में कुतुबमीनार से ऊंचा जैतखाम बनाया गया है जो उनके प्रतीक है। आज समाज के विभिन्न कार्यक्रमों के शोभा यात्रा में गिरौधपुरी के मॉडल को रखा जाता है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में पूरे धूम-धाम से संत गुरू घासीदास बाबा की जयंती हर साल मनाते है। बिलासपुर में गुरु घासीदास के नाम पर विश्वविद्यालय का नाम रखा गया है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 1 नवंबर राज्योत्सव में संत गुरू घासीदास बाबा के नाम से पुरस्कार का वितरण किया जाता है। यह पुरस्कार अनुसूचित जाति के क्षेत्र में उसके उत्थान और प्रगति के लिए कार्य करने वालों को प्रदान किया जाता है। उन्होंने कहा कि संत गुरू घासीदास बाबा कहते थे की कोई भी भूखा न रहे। इसी तर्ज पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सभी के लिए राशन कार्ड बनाया गया है। जिससे सभी नागरिकों को राशन मिल सके। कोई व्यक्ति भूखा नहीं रहेगा। 

इस अवसर पर राज्य क्रेडा सदस्य कन्हैया अग्रवाल,  जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि होरी साहू, जिला मंडी अध्यक्ष नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष चोवा राम साहू, मुखीराम मरकाम, अगमदास अनंत, लमतू बैगा, हीरामणी ग्वाला सहित अन्य जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, संबंधित ग्राम के सरपंच-पंच उपस्थित थे।
 


अन्य पोस्ट