कांकेर

आईजी ने बताई साल भर में पुलिस को मिली उपलब्धियां व सफलताएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 8 जनवरी। वर्ष 2022 में पुलिस को मिली उपलब्धि व सफलता का जिक्र करते हुए बस्तर के आईजी सुंदरराज पी. ने पत्रकारों को बताया कि नक्सल उन्मूलन अभियान एवं शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सलियों ने बड़ी संख्या में आत्म समर्पण किया।
आगे कहा कि नक्सलियों के विरूद्ध अभियान संचालित एवं विकास कार्य को गति प्रदान करने शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को आमजनों तक पहुंचाने में पुलिस का विशेष योगदान रहा है। नक्सली भय से मुक्ति दिलाने सुरक्षा बलों की देख रेख में विकास कार्य को गति मिली है। कांकेर जिला पुलिस द्वारा आयोजित प्रेस कांफ्रेस में डीआईजी बालाजी राव, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अविनाश ठाकुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खोमन सिन्हा व अन्य पुलिस अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर डीआईजी बालाजी राव ने बताया कि पुलिस पब्लिक की समीपता लाने सराहनीय प्रयास हुआ है व पुलिस के प्रति आमनागरिकों में निरंतर विश्वास बढ़ा है। पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने जिले में पुलिस को मिली विशेष सफ लता का जिक्र करते हुए बताया कि अपराधों में काफी नियंत्रण हुआ है व कमी आई है।
पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने वर्ष 2022 में पुलिस की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि जिले के नक्सल प्रभावित अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्र में विकास कार्य को गति प्रदान करने एवं क्षेत्रवासियों को नक्सली भय से मुक्ति दिलाने आवागमन को सुलभ बनाने सुरक्षा बलों के देखरेख व सुरक्षा में नक्सल प्रभावित अतिसंवेदनशील क्षेत्र में सडक़ व पुल पुलियों का निर्माण किया गया। बीते वर्ष में बीएसएफ -02, एसएसबी -01 कुल- 03 नवीन कैम्प प्रारंभ किये गये।
जिले में नक्सली उन्मूलन अभियान के तहत संचालित नक्सल विरोधी अभियानों में महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की गई। दो ईनामी नक्सली मारे गये नक्सलियों के विरूद्ध चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान एवं शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर कुल -30 लाख रूपये ईनामी 5 नक्सलियों द्वारा आत्मसमर्पण किया गया।
कोयलीबेड़ा,पखांजूर क्षेत्रांतर्गत नक्सल प्रभावित अति संवेदनशील ग्राम महला में नक्सल भय व आंतक के कारण लगभग 10-12 वर्षों से बंद ग्राम महला में शासकीय प्राथमिक,माध्यमिक शाला भवन जो जर्जर अवस्था में था उसका मरम्मत कर 1 जनवरी 2023 को स्कूल प्रारंभ किया गया।
नक्सल प्रभावित अतिसंवेदनषील क्षेत्र के ग्रामीणों में पुलिस,सुरक्षा बलों के प्रति विष्वास की भावना जगाने सिविक एक्षन प्रोग्राम आयोजित कर जिला बल,सीएपीएफ बलों द्वारा ग्रामीण महिला, पुरूषों, स्कुली बच्चों को जरूरतों की सामग्री प्रदाय करने के साथ ही विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं व मेडिकल कैम्प का आयोजन किया जा रहा है।
मनवा नवानार योजना अंतर्गत नक्सल प्रभावित चयनित क्षेत्रों में निवासरत ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं जैसे - पीडीएस, बैंक/एटीएम, डाकघर, स्कूल भवन, आश्रम भवन, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केन्द्र, मोबाईल नेटवर्क, बीजली, पानी व अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही है।
बस्तर फाइटर्स पुलिस भर्ती हेतु वर्ष -2022 में अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के लगभग-1645 युवक-युवतियों को प्रशिक्षण प्रदान कर अंदरूनी क्षेत्रों के 300 युवक/युवतियों का चयन किया गया। जिसमें 8 थर्ड जेंडर भी शामिल हंै।
नक्सली गतिविधि
नक्सलियों के विरुद्ध अतिसंवदनशील कोर क्षेत्रों में लगातार संचालित नक्सल उन्मूलन अभियान से नक्सलियों की रिकरुटमेन्ट नहीं हो पाने विगत कुछ सालों में नक्सलियों के कोर इलाकों में सुरक्षा बलों के नवीन कैम्प स्थापित करने से कई बड़े नक्सली कैडर इलाके को छोडक़र अन्य इलाकों में चले गये हैं। थाना आमाबेड़ा, रावघाट, कोयलीबेड़ा क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों का अग्र संगठन भी लगभग समाप्त हो चुका है।