गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मैनपुर, 20 जनवरी। दो वक्त की रोटी के लिए मासूम अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर है, जिस उम्र में इसको स्कूल में पढऩा और खेलना चाहिए था, उस उम्र में यह बच्चा सडक़ों पर 8 से 10 फीट की ऊंची रस्सी पर चलकर करतब दिखा रहा हैं। इतनी छोटी सी उम्र में बच्चे जमीन पर चलने में लडख़ड़ा जाते हैं, और यह मासूम बच्चा बिना डरे रस्सी पर चलकर लोगों को तमाशा दिखा रहा है। लोगों का हुजूम बच्चे के करतब पर तालियां बजा रहा है। इन्हीं सडक़ों से समाजसेवी गुजरते हैं, लेकिन कोई भी इन बच्चों की ओर नहीं देखता। सडक़ों पर दम तोड़ता बचपन देश का भविष्य कैसे बनेगा।
पीढिय़ों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करने वाले बच्चे का करतब ही परिवार की आजीविका का साधन है । मैनपुर मड़ई मेला में बच्चे ने मौत का हैरतअंगेज खेल दिखाया। बच्चे ने एक बार तो रस्सी पर स्टील की थाली को रखकर चल कर दिखाया। पापी पेट के लिए रस्सी पर काफी समय तक झूलकर बच्चे ने लोगों का मनोरंजन किया।