महासमुन्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22 जनवरी। कोसरंगी गांव में आज से एक साल पहले एक अधेड़ की हत्या के आरोप में महासमुंद पुलिस ने मृतक के बेटे को गिरफ्तार किया है। पिछले साल 25 मई को इस मामले में कोतवाली महासमुंद में मर्ग कायम हुआ था, लेकिन पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में हत्या का खुलासा हुआ। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और परिजनों से पूछताछ शुरू की गई। पुलिस का कहना है कि जब भी पुलिस आरोपी से पूछताछ करती, आरोपी की मां सामने आ जाती थीं। फिर भी किसी तरह आरोपी तक पहुंच पुलिस ने पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ कि महज 6हजार रुपए के लिए बेटे ने पिता की हत्या कर दी।
आज दोपहर 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह चलाई, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव, अनुविभागीय अधिकारी मंजूलता बाज, थाना प्रभारी उप पुलिस अधीक्षक गरिमा दादर ने बताया कि यह मामला 12 जनवरी 2022 की है। आरोपी शंकर लाल साहू ने अपने पिता जनक राम साहू कोसरंंगी से छह हजार रुपए की मांग की। आरोपी जेसीबी से खेत बनवा रहा। अत: उसे पैसे की जरूरत थी। उसके पिता ने पैसे देने से मना कर दिया। जनक राम की साइकिल ग्राम मोंगिया में रखी थी। अत: उसी दिन जनक राम साहू साइकिल लेने के लिए पैदल ही मोंगिया चला गया।
पैसे नहीं मिलने से आरोपी गुस्से में था। लिहाजा वह अपने पिता का पीछा करते घर से एक चाकू लेकर मोटरसाइकिल से मोंगिया की ओर निकल गया।
जब आरोपी कोसरंंगी गुरुकुल के पास पहुंचा तो उसी रास्ते उसके पिता जनकराम मोंगिया से साइकिल में अपने गांव लौटते मिला। दूर से अपने पिता को साइकिल से आते देख आरोपी ने अपनी मोटरसाइकिल रास्ते के किनारे में खड़ी कर दी। जैसे ही जनकराम नजदीक पहुंचा, आरोपी ने अपने पास रखें चाकू से उस पर कमर के पास पीठ में हमला कर दिया।
पिता को लहूलुहान हालत में घटनास्थल पर छोड़ आरोपी अपनी मोटरसाइकिल से घर आ गया और घटना में प्रयुक्त चाकू और खून लगे कपड़े छुपा दिए। इसके बाद अपने दोस्त से बीस मिनट तक मोबाइल में बात किया और फिर से घटनास्थल की ओर गया। उसी दौरान गांव के एक व्यक्ति ने फोन पर आरोपी को उसके पिता के घायल होने की जानकारी दी।
खबर पाकर आरोपी दुबारा अपने घर गया। इसके बाद एंबुलेंस बुलवाकर खुद ही अपने गंभीर रूप से घायल पिता को मेकाहारा रायपुर में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जनक राम साहू के मौत मामले में मेकाहारा से प्राप्त इंटीमेशन के आधार पर मर्ग कायम किया गया। घटना के पांच महीने बाद 25 मई को महासमुंद पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट भेजा गया जिसमें जनकराम की मौत चाकू जैसे धारदार हथियार से होना बताया गया।
महासमुंद कोतवाली में अब इस मामले में धारा 302 दर्ज कर मामले की जांच शुरू हुई। पूछताछ में मृतक के घर जानेवाले पुलिस जवानों से सिर्फ आरोपी की मां ही बात करती रही। पुलिस को गांववालों से पता चला कि मृतक और उसके बेटे के बीच अक्सर कहासुनी होती है। लिहाजा पुलिस ने टीम बनाकर बारीकी से पारिवारिक जानकारी एकत्र करने लगी। विवेचना में पता चला कि 11 जनवरी 2022 को जनकराम साहू अपने साइकिल से पैसा निकालने के लिए महासमुंद बैंक आया था। शाम हो जाने के कारण वह अपने भाई लखन साहू के घर मोंगिया में रुक गया। रात में ही वहां से अपने बेटे शंकर को मोंगिया बुलाया। शंकर मोटर साइकिल से मोंगिया पहुंचा और जनक की साइकिल को मोंगरा में छोड़ बाप-बेटे दोनों अपने घर कोसरंगी के लिए निकल पड़े।
दूसरे दिन 12 जनवरी को आरोपी ने अपने पिता से पैसे मांगा। नहीं दूंगा कहकर उसका पिता अपनी साइकिल लेने मोंगरा चला गया और लौटते वक्त रास्ते में नाराज बेटे ने चाकू घोंपकर उसकी हत्या कर दी।
आरोपी ने पुलिस के सामने पिता की हत्या का जुर्म स्वीकार किया है। आरोपी अपने पिता का एकलौता पुत्र था। उसकी एक बहन भी है, जिसकी शादी हो चुकी है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त चाकू और कपड़े बरामद कर लिया है। आज आरोपी को भी न्यायालय में पेश करने के बाद जेल दाखिल किया गया है।