बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 22 जनवरी। जिला मुख्यालय में खुलेआम नशीली टेबलेट, गांजे आदि की बिक्री जोरों पर, धार्मिक स्थलों के आसपास नशा हो रहा है, जिसमें कम उम्र के युवा वर्ग सेवन एवं बेचने के कार्य में शामिल है।
विगत दो-तीन वर्षों से जिला मुख्यालय में लगातार नशीली टेबलेट गांजा आदि का व्यापार व सेवन करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। नशे के कारोबार व सेवन में अधिकतर युवा वर्ग के लोग शामिल दिखाई पड़ते है, ऐसे में मुख्यालय में लगातार बढ़ती चोरियां लाजिमी है। दिनदहाड़े यदि कोई नशेड़ी आमजनों से लूटपाट, मारपीट आदि करता है तो पुलिस भी ऐसे अपराधियों की गिरफ्तारी से दूर होती दिखाई देती है।
पुलिस कार्रवाई नहीं होने पर पूछे जाने पर अधिकारी अपराधी नशेड़ी-गंजेड़ी है,भला इसको मिर्गी की बीमारी है भला इसको फलाना बीमारी है करके अपना पल्ला झाड़ लेती तो ऐसे में आमजन कैसे सुरक्षित रहेंगे।
पुलिस की अनदेखी से अधिकतर धार्मिक स्थलों के आसपास के क्षेत्र नशेडिय़ों के अड्डे बन रहे है। जिला मुख्यालय का ऐतिहासिक रामसागर तालाब शासन ने करोड़ों रुपए खर्च करके सौंदर्यीकरण कराया है जिसका आमजन अपना शारीरिक लाभ लेने के लिए परिवार सहित सुबह-शाम टहलने जाते थे। बढ़ती नशेडिय़ों की तादाद के कारण वहां परिवार सहित टहलना मुश्किल हो गया है। वहीं नगर के प्रबुद्धजनों का कहना है कि पुलिस अगर कड़ाई से कार्रवाई करें तो नशे के व्यापार एवं नशेडिय़ों के ऊपर शिकंजा कसा जा सकता है।