सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 22 जनवरी। कौशल विकास उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय उद्यमिता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निसबर्ड ) द्वारा जिला बिलासपुर छत्तीसगढ़ में आयोजित कार्यक्रम जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सोनू आजमानि, उद्यमी की उपस्थिति रहीं। सरगुजा जन शिक्षण संस्थान निदेशक एम सिद्दीकी ने अध्यक्षता की साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में अशोक जैसवाल निदेशक जन शिक्षण संस्थान बिलासपुर एवं वीरेंद्र साजवान चीफ कॉन्सलटेंट निसबर्ड, दीपिका शर्मा हेड निसबर्ड, बिलासपुर से सी ए पलाश पामनानी जी की गरिमामय उपस्थिति रहीं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एम सिद्दीकी ने की साथ ही इन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का लाभ एवं बैंक लोन की सुविधा से बेरोजगार युवाओ को कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग,फर्नीचर और फिटिंग, हैंडीक्रॉफ्ट, जेम्स एवं ज्वेलरी और लेदर टेक्नोलॉजी जैसे करीब 40 तकनीकी क्षेत्र के ट्रेनिंग प्राप्त होने के उपरांत प्राप्त होती हैं। इस कार्यशाला को ट्रेनर आफ जन शिक्षण संस्थान छत्तीसगढ़ से रिसोर्स पर्सन एवं स्टाफ समेत 100 सदस्य की उपस्थिति रहीं।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को पुष्प गुच्छ, शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया। इसी तारतम्य मे वीरेंद्र साजवान चीफ कॉन्सलटेंट निसबर्ड ने बताया कि हर किसी के पास संभावित रूप से उन कौशलों की एक अलग सूची होगी जिन्हें वे जीवन में सबसे आवश्यक मानते हैं, और जिन्हें वे अनावश्यक मानते हैं। सुदूर ग्रामीण समुदाय में रहने वाला कोई व्यक्ति अपने आवश्यक कौशल की सूची में कार चलाने को ऊपर रख सकता है। एक लंदन या न्यू यॉर्कर, हालांकि, शायद बहुत कम रैंक करेगा। इसलिए यह पृष्ठ जीवन कौशल की अवधारणा का एक व्यापक सामान्य परिचय प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है और आपको अन्य पृष्ठों की ओर इंगित करता है जो आपके कौशल को विकसित करने के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
प्रमुख रूप से जीवन कौशल एवं उद्यमिता विकास कार्यक्रम पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन मे से प्रमुख बिंदु पर भी जोर दिया गया। दीपिका शर्मा ने कार्यक्रम में आए सभी अतिथि का आभार प्रकट करते हुए बताया कि प्रशिक्षण की जरूरत प्रशिक्षण का उद्देश्य किसी व्यक्ति या समूह के ज्ञान, कौशल व अभिवृत्ति (नॉलेज, स्किल और एटीट्यूड) के ऊपर फोकस किया जाता है। ज्ञान में किसी क्षेत्र विशेष की अवधारणाओं पर व्यापक समझ बनाने के ऊपर फोकस किया जाता है। इस प्रकार सभी प्रतिभागियों ने डिजिटल माध्यम से ऑनलाइन परीक्षा उत्तीर्ण कर सर्टिफिकेट प्राप्त किया।