बलौदा बाजार

नपा ने केके कंस्ट्रक्शन को निरस्त करने थमाया नोटिस पर नगर तथा ग्राम निवेश मौन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 23 जनवरी। जिला मुख्यालय में स्वीकृत कॉलोनी के भीतर या स्वीकृत अभिन्यास से जुड़ी भूमियों पर धड़ल्ले से हो रहे अवैध प्लॉटिंग, अवैध विकास, नियम विरुद्ध कार्यो की लगातार शिकायते होने के बावजूद नगर तथा ग्राम निवेश मौन रहा, किन्तु नगरपालिका बलौदाबाजार अपनी ओर से कार्रवाई करने में लगातार आगे रही।
पीडि़त पक्ष, आमजनों व प्रबुद्धजनों द्वारा के द्वारा लगातार प्रमाणित शिकायतें की जा रही है। फिर भी नगर तथा ग्राम निवेश की चुप्पी से प्रतीत होता है कि संबंधित अवैध प्लॉटर्स, कॉलोनाइजर पर मेहरबान है, जिससे पूरे जिले की दयनीय स्थिति है, कई अवैध प्लॉटर्स के नाम इन्होने अपनी पंजी में दर्ज ही नहीं किये है और लगभग 220 से ऊपर दर्ज नामों पर कार्रवाई ही पेंडिंग है, कुल मिलाकर कर नगर निवेश की कार्रवाईयां संदिग्ध नजर आ रही, जबकि नगरपालिका अपने कार्य में चुस्त दुरुस्त दिखाई देती नजर आ रही है। कुछ अवैध कॉलोनाइजरों के ऐसे कारनामें से नगर व आसपास की ऐसी कई कॉलोनियां में दुस्साहस कर कॉलोनाईजरों द्वारा विधि-विरुद्ध कार्य किया जा रहा है, इसी कड़ी में के. के. कंस्ट्रक्शन (समृद्धि) कॉलोनी रिसदा रोड बलौदाबाजार के भागीदार नितेश शर्मा सहित उनके अन्य भागीदार साथियों को नगरपालिका परिषद बलौदाबाजार ने पूर्व में दिए नोटिस के जवाब से असंतुष्ट होकर 30 दिसंबर 2022 को पुन: नोटिस जारी करते हुए लिखा गया है कि उक्त कॉलोनी से जुड़ी हुई भूमियों पर नितेश शर्मा सहित तीनों भागीदारों द्वारा अवैध प्लॉटिंग और अवैध विकास किया है, और स्वीकृत अभिन्यास की कॉलोनी के ट्रांसफार्मर से बिजली व मुख्य द्वार, पक्की सडक़, नाली, गार्डन आदि सभी की सुविधा कॉलोनाईजर द्वारा अवैध प्लॉटिंग भूमि में निवासरत लोगों को दी जा रही है।
नगरपालिका के नोटिस में यह भी उल्लेखित किया गया है कि 3 दिवस के भीतर यदि संतोषजनक जवाब नहीं दिया जाता है तो संबंधित कॉलोनी का पंजीयन निरस्त कर भागीदारों द्वारा किए गए उक्त कृत्य पर विधिवत नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी जिसकी समस्त जवाबदारी कॉलोनाइजरों की होगी। नगर निवेश में विगत कई वर्षों से अधिकारी के जमें रहने से भी प्रतीत होता है कि इस प्रकार के अवैध कार्यों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही, जिससे राजस्व के लाखों करोड़ों की क्षति हो रही है साथ ही कई भूमि क्रेता ठगी के शिकार होते नजर आ रहे हैं