महासमुन्द

जलस्तर साल-दर-साल गिर रहा है, हम भविष्य में फसल लेने से वंचित हो जाएंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 23 जनवरी। सिकासेर जलाशय से भारी मात्रा में व्यर्थ बह जाने वाले पानी को नहर निर्माण कर बागबाहरा ब्लॉक सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने बागबाहरा ब्लॉक के 7 गांव मोंगरापाली, डूंगरीपाली, रेवा, डोंगरगांव, खुड़मुड़ी, चारभांठा, सरायपाली के किसानों की बैठक इस परियोजना के सूत्रधार हितेश चंद्राकर के नेतृत्व में आहुत हुई। इस दाौरान किसान खेमराज सिन्हा ने कहा कि सिकासेर जलाशय के केचमेंट एरिया में पानी का आवाक बहुत ज्यादा है। सिकासेर जलाशय से लगातार पानी पैरी नदी में बहा दिया जाता है। मात्र नहर निर्माण कर दिया जाए तो सूखाग्रस्त खल्लारी क्षेत्र में अकाल से मुक्ति मिल जाएगी।
यहां उपस्थित किसानों ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अल्प वर्षा के चलते लगातार अकाल की मार झेलना पड़ा रहा है। फसल बीमा की राशि से अधिकांश किसानों की कृषि कार्य होती है। जिन किसानों के पास नलकूप है, वे खरीफ फसल में बोर के भरोसा खेती करते हैं। अगर खरीफ और रबी दोनों फसल में भूजल दोहन होता रहेगा तो चार पांच साल में ही पानी खतम हो जाएगा। जलस्तर साल-दर-साल गिर रहा है। ऐसी स्थिति में खेती के ऊपर संकट आ जाएगा और हम फसल लेने से वंचित हो जाएंगे।
उपस्थित किसानों ने भविष्य में निर्मित होने वाली स्थिति को देखते हुए अविलंब उक्त परियोजना को आगामी मार्च माह के बजट में शामिल करने राज्य सरकार से गुहार लगाई है। बैठक में सदाराम गढ़सेना, हेमलाल चौहान, नरसिंह सिन्हा, संतोष दीवान, जानू दीवान, संतराम साहू, चेतराम दीवान, मालिक राम चौहान, युवराज दीवान, केसर दीवान, संजय पांडे, हेमलाल नायक, देवचरण नायक, सुख सिंह ठाकुर, घसिया निषाद, चम्मन निषाद, किशन दीवान, जगदीश साहू, दलसिंह ध्रुव, गुलशन बघेल, रामकुमार साहू, भुनेश्वर साहू, डोमन दीवान आदि किसान उपस्थित थे।