राजनांदगांव

राजनांदगांव, 24 जनवरी। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के इतिहास विभाग में सुभाषचंद्र बोस जयंती मनाई गई। प्राचार्य डॉ. केएल टांडेकर के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यक्रम के प्रारंभ में सुभाषचंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में एमए अंतिम के छात्र दिनेश साहू ने सुभाष के जीवनी पर प्रकाश डाला। प्रभारी प्राचार्य डॉ. अंजना ठाकुर ने कहा कि सुभाषचन्द्र का जीवन त्याग और आदर्शों से भरा हुआ था। मई 1939 में उन्होंने फावर्ड ब्लाक की स्थापना की। उनके विचारों से भारत को स्वतंत्रता दिलाने हेतु विदेशियों की सहायता आवश्यक है। उन्होंने सशस्त्र संघर्ष आरंभ किया। विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि सुभाषचंद्र बोस एक विचार धारा थे। सुभाषचंद्र ने आजाद हिंद फौज के सेनापति की हैसियत से स्वतंत्रत भारत को अस्थायी सरकार सिंगापुर में बनाई। रानी झासी रेजीमेंट नाम से स्त्री सैनिकों के भी एक दल का निर्माण किया। इसकी कमान कैप्टन लक्ष्मीबाई सहगल के हाथ में थी। सुभाषचंद्र बोस ने आजादी हेतु नवयुवकों के समक्ष ‘‘तुम मुझे खून दो मै तुम्हे आजादी दूंगा’’ का नारा दिया। कार्यक्रम का संचालन हेमलता साहू द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विभाग के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।